बारिश में कंजक्टिवाइटिस तेजी से फैल रहा है, अस्पतालों में मरीज बढ़े
मन्दसौर । बारिश में मौसमी बीमारियां बढ़ी है। इस बार इस मौसम का सबसे अधिक असर आंखों पर भी देखा जा रहा है। अस्पतालों में नेत्र संक्रमण (कंजक्टिवाइटिस) के मरीज बढ़े है। इस बीमारी में प्रमुख रूप से आंखों का लाल होना, जलन, खुजली और आंख से लगातार आंसू निकलना, पलकें आपस में चिपक जाना, पलक में सूजन होना आदि लक्षण देखे जा रहे है। बच्चों पर इसका संक्रमण अधिक तेजी से बढ़ रहा है। क्योंकि ये खुद का केयर नहीं कर पाते।
आमतौर पर मौसम में नमी और उमस भरी गर्मी से कंजक्टिवाइटिस के मरीजों की संख्या बढ़ती है। इस बार हर साल से कुछ ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं। मंदसौर जिले में अभी तक 375.5 मि.मी. औसत बारिश दर्ज की गई वहीं मंदसौर में बारिश 340 मी.मी. दर्ज हुई। लेकिन उमस व गर्मी कम नहीं हुई। जिसके कारण बीमारियां जोर पकड़ रही है।
जागरूकता हेतु लायंस क्लब मंदसौर गोल्ड द्वारा महाराणा प्रताप बसस्टैंड पर नागरिकों को जानकारी दी गई एवं बचाव व उपाय हेतु पेम्पलेट वितरित किये गए। क्लब अध्यक्ष राजकुमार पारिख ने बताया कि यह अत्यधिक संक्रामक है और इसके प्रसार को रोकने के लिए स्वच्छता बनाए रखने की आवश्यकता है तथा इसमें डॉक्टर की सलाह जरूरी है। सचिव संदीप जैन, विजय पलोड़, कोषाध्यक्ष सीए सिद्धार्थ अग्रवाल, मनोज सेवानी, मनोज मित्तल, संजय पारिख भी उपस्थित रहे।
नेत्र चिकित्सक डॉक्टर अशोक सोलंकी ने बताया कि बुखार के साथ-साथ आंखों में जलन की शिकायत भी मरीजों में तेजी से देखी जा रही है यह वायरल संक्रमण के लक्षण है इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति यदि किसी भी अन्य व्यक्ति को छूता है तो वह दूषित हो जाता है और जब दूसरा व्यक्ति इसे छूता है और फिर वह अपनी आंखों को छूता है तो वह भी प्रभावित हो जाता है और वह भी संक्रमित हो जाता है।
इस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए आंखों को कम से कम छूना चाहिए, दूसरे के साथ संपर्क से बचना चाहिए, अभी के समय अन्य व्यक्तियों से हाथ नहीं मिलाना चाहिए और संक्रमण होने पर स्कूली बच्चों को 3 से 5 दिनों के लिए अलग रखना चाहिए जिसके बाद अगर इलाज शुरू किया जाए तो वे ठीक हो सकते हैं।