शहर महिला कांग्रेस द्वारा मणिपुर राज्य की घटना को लेकर दिया ज्ञापन
रतलाम । मणिपुर राज्य पिछले ढाई महीनों से नक्सली हिंसा और सांप्रदायिक टकराव से जल रहा है इसका सबसे ज्यादा असर महिलाओं पर हो रहा है। राज्य में हो रहे सामूहिक दुराचार व हिंसा के विरोध में 27 जुलाई को रतलाम शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष कुसुम चाहर के नेतृत्व में महामहिम राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर कार्यालय में डिप्टी कलेक्टर राधा मैडम को ज्ञापन दिया गया।
ज्ञापन में बताया कि मणिपुर सरकार के द्वारा अपनी नाकामी को छुपाने के लिए तरह-तरह के बयान जारी किए जा रहे हैं। जबकि मणिपुर राज्य की प्रशंसा सच्चाई यह है कि राज्य के मुख्यमंत्री से लेकर केंद्र के प्रधानमंत्री तक ने राजा और प्रजा के बीच के सबसे पवित्र सामाजिक अनुबंध का उल्लंघन किया है और वह अपने तमाम नागरिकों की सुरक्षा का बंदोबस्त करना रतलाम शहर महिला कांग्रेस द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर पर नारे लगाते हुए प्रवेश किया। इस ज्ञापन में महामहिम राष्ट्रपति से अनुरोध किया गया है कि मणिपुर राज्य में वर्तमान सरकार को बंद कर तत्काल राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए। इस अवसर पर पार्षद यास्मिन शेरानी, पार्षद कविता महावर, पार्षद आशा रावत, पार्षद नीलोफर खान, उपाध्यक्ष नजमा बेलुत, ब्लॉक अध्यक्ष मुमताज खान, ब्लॉक अध्यक्ष अनु दुबे, महामंत्री राधा प्रजापत, प्रभारी हिना शेर, सचिव तबस्सुम खान, सचिव ताज मंसूरी, मीना जाट, मीना पुरोहित, प्रीति राजश्री ,बंटी मेघवाल, सायरा बानो आरिफा, मीना खत्री, आशा खेतवा ,ललिता वर्मा, उषा चौहान, शिवानी लीला, कल्पना चौधरी, हेमा रश्मि पंवार, शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया ,पारस सकलेचा-दादा, शांतिलाल वर्मा, प्रभु राठौड़, कमरुद्दीन कच्छावा, शैलेंद्र सिंह अठाना, राज मंसूरी, अमर सिंह शेखावत, राजेश प्रजापत, मंसूर अली पटौदी, मुकेश कोठारी, ललित चोपड़ा, अफजल भाई, नासिर कुरेशी, मांगीलाल जैन, भवन सिंह चौहान, शंकर मालवीय, बसंत पंड्या, प्रदीप राठौड़, रमेश शर्मा, हरमिंदर नांद्रा, शाकिर भाई, जीतू लालवानी, रमेश शर्मा, फैयाज मंसूरी इत्यादि सभी कांग्रेस जन उपस्थित थे।