55 हजार गांव एवं 350 नदियों के जल से होगा संत रविदास जी के भव्य मंदिर का निर्माण -केबिनेट मंत्री प्रेमसिंह पटेल

बड़वानी।  प्रदेश की सरकार द्वारा सागर में संत रविदास जी के भव्य मंदिर का निर्माण किया जायेगा। भव्य मंदिर निर्माण के लिए पूरे प्रदेश में समरसता यात्रा निकाली जा रही है। इस यात्रा के दौरान ग्रामों की मिट्टी एवं नदियों के जल का संग्रहण किया जा रहा है। पूरे प्रदेश से 55 हजार ग्रामों की मिट्टी एवं 350 नदियों के जल का संग्रहण किया जायेगा। तथा 12 अगस्त को सागर में बनने वाले भव्य मंदिर के निर्माण के भूमिपूजन में ग्रामों की मिट्टी एवं नदियों के जल को समाहित किया जायेगा।
प्रदेश के केबिनेट मंत्री प्रेमसिंह पटेल ने उक्त बाते वाल्मिकी सामुदायिक भवन बड़वानी में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान कही। इस दौरान केबिनेट मंत्री श्री प्रेमसिंह पटेल ने कहा कि आज यात्रा के दौरान बड़वानी शहर में अपार जनसमूह का उत्साह देखने यात्रा में सभी धर्म एवं समाज के लोगो ने सहभागिता की यही बड़वानी शहर के लोगों की समरसता का उदाहरण है।
कार्यक्रम के दौरान प्रदेश यात्रा प्रभारी श्री सूरज कैरो ने संबोधित करते हुए कहा कि संत रविदास के बताये हुए मार्ग पर चलकर हम अपना स्वयं का, परिवार का, समाज का एवं प्रदेश का उत्थान कर सकते है। हमारे लिए यह गर्व की बात है कि संत रविदास की समरसता यात्रा प्रदेश सरकार द्वारा निकाली जा रही है कार्यक्रम के दौरान संभाग के यात्रा सह प्रभारी श्री सावन सोनकर जी ने यात्रा का उद्देश्य बताते हुए कहा कि हम सभी को अपने जीवन में संत रविदास जी के बताये हुए मार्ग पर चलने का प्रयास करना चाहिए।
यह थे उपस्थित
कार्यक्रम में प्रदेश के केबिनेट मंत्री श्री प्रेमसिंह पटेल, यात्रा के प्रदेश प्रभारी श्री सूरज कैरो, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री बलवंतसिंह पटेल, यात्रा सह प्रभारी श्री सावन सोनकर, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री ओम सोनी, भाजपा जिला महामंत्री विक्रम चौहान, नगर पालिका बड़वानी अध्यक्ष श्रीमती अश्विनी निक्कू चौहान, जनपद पंचायत बड़वानी उपाध्यक्ष श्रीमती ज्योति भूपेन्द्र गोयल, जिला यात्रा प्रभारी भागीरथ कुशवाह, नगर पालिका बड़वानी उपाध्यक्ष श्री सुभाष भावसार, जिला यात्रा सह प्रभारी श्री मोहन चितावले, प्रदेश मंत्री अजा मोर्चा भगवती प्रसाद शिंदे, पूर्व सांसद सुभाष पटेल, मण्डल अध्यक्ष कृष्णा गोले, गणमान्यजन नंदकिशोर पाटीदार, सुभाष जोशी, नितेश खाण्डेकर, राजा परिहार सहित बड़ी संख्या में शहरवासी उपस्थित थे।