मौसम बदलने से ही बड़ी आंखों की बीमारी100 में से 25, 30 मरीज आंखों की बीमारी के पहुंच रहे अस्पताल, आई फ्लू से बच्चे हो रहे हैं ज्यादा प्रभावित
रुनीजा । मौसम बदलते ही बीमारियों का दौर भी बढ़ने लगा है। अभी वर्तमान में बारिश के मौसम में (कंजेक्टिवाइटिस) आई फ्लू रोग के मरीजों कु संख्या बढ़ती जा रही है। बारिश खुलते ही गर्मी व उमस बढ़ती जा रही है। और इसके साथ-साथ आई फ्लू के मरीजों की संख्या में गांव गांव में बढ़ती जा रहे हैं। ज्यादातर छोटे बच्चे इस आई फ्लू बीमारी के शिकार हो रहे हैं। क्षेत्र के शासकीय एवं प्राइवेट चिकित्सालय पर आंखों की बीमारी के मरीज पहुंच रहे हैं।और अपने इलाज करवा रहे हैं। उक्त बीमारी को लेकर क्षेत्र के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर महेश डोडिया व डॉ विश्वास ने बताया कि आई फ्लू की बीमारी संक्रामक की बीमारी है और यह मौसम बदलने के साथ ही बढ़ बढ़ गई है और इसके प्रभाव में ज्यादातर बच्चे आ रहे हैं दिन भर में यदि 100 मरीज दवाखाने पर पहुंचते हैं तो उसमें से 25, 30 मरीज आंखों की बीमारी के पहुंच रहे हैं। डोडिया ने बताया कि यह संक्रमण बीमारी है जो एक दूसरे के साथ संपर्क में आने से बढ़ती है। इसलिए इसमें कुछ सावधानियां रखने से इस बीमारी से बचा जा सकता है यदि घर में किसी एक को आई फ्लू की बीमारी हुई है तो उसके संपर्क में आने से परिवार के अन्य सदस्यों को भी यह बीमारी हो सकती है। इसका सीधा-सीधा उपाय यह है की इस बीमारी के मरीज के उपयोग में आने वाले तोलिये , साबुन , आदि का अन्य लोग उपयोग नहीं करें। और जैसे ही आंखें लाल होने लगे, दर्द होने लगे , जलने लगे ,आंखों में कीचड़ आने लगे तो संबंधित चिकित्सक से मिले और इसका इलाज करवाये।