महाकाल की अधिकमास में आज चौथी सवारी निकलेगी
– इस बार भक्तों को रथ में उमा-महेश रूप में होंगे दर्शन
दैनिक अवंतिका उज्जैन।
श्रावण के अधिकमास में आज सोमवार को महाकाल की चौथी सवारी निकलेगी। सवारी में भगवान महाकाल भक्तों को रथ में उमा-महेश रूप में विराजित होकर दर्शन देंगे। पूरी सवारी में महाकाल के कुल चार रूपों में दर्शन होंगे।
श्रावण का अधिकमास होने से इस बार महाकाल की कुल 10 सवारियां निकलना है। इस क्रम में यह चौथी सवारी होगी। शाम 4 बजे मंदिर के सभा मंडप में पूजन के बाद सवारी निकलना शुरू होगी। महाकाल मंदिर के पुजारी एवं मंदिर प्रबंध समिति के सदस्य प्रदीप गुरु ने बताया सवारी में चांदी की पालकी में श्री चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश, गरूड़ के रथ सवार शिव तांडव और इस सवारी में नंदी के रथ पर उमा महेश के मुखारविंद रहेंगे।
शाही ठाठ-बाट से निकलेगी
सवारी, रामघाट पर अभिषेक
मंदिर से शाही ठाठ-बाट के साथ सवारी शुरू होगी जो गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होते हुए शिप्रा तट रामघाट पहुंचेगी। यहां शिप्रा के जल से भगवान महाकाल का अभिषेक कर पूजन किया जाएगा। इसके बाद सवारी परंपरागत मार्ग से होते हुए पुन: महाकाल मंदिर पहुंचकर समाप्त होगी।
इस अवंतिका नगरी के राजाधिराज है
महाकाल, इसलिए गार्ड ऑफ ऑनर
सवारी में भगवान महाकाल प्रजा का हाल जानने के लिए एक राज के रूप में नगर भ्रमण करने के लिए निकलते हैं। इसलिए पालकी का उपयोग किया जाता है। पालकी जब नगर के लिए रवाना होती है तो मंदिर के ठीक बाहर पुलिस के जवान राजा को गॉर्ड ऑफ ऑनर देते हैं। इसे सलामी कहा जाता है। सवारी में हाथ में बंदूक लिए जवानों की एक टुकड़ी आगे चलती है। घोड़े, बैंड व भजन मंडली के साथ पंडे-पुजारियों का दल व हजारों भक्त सवारी का हिस्सा होते हैं।