मध्य प्रदेश जीत गए तो समझो 50 साल केंद्र में भाजपा की सरकार रहेगी- शाह
केंद्रीय मंत्री इंदौर में दे गए कार्यकर्ताओं और नेताओं को जीत का मंत्र
इंदौर। मध्यप्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर इंदौर में केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने प्रदेश पदाधिकारियों और इंदौर संभाग के संगठन नेताओं की बैठक ली। शाह ने इसके साथ ही चुनाव की रणनीति को लेकर भी चर्चा की। भाजपा सूत्रों के अनुसार इंदौर में बैठक के दौरान अमित शाह साफ संकेत देकर गए हैं कि आगामी विधानसभा का चुनाव संगठन के नाम पर लड़ा जाएगा, न कि किसी विधायक या सांसद के नाम पर।
2018 की गलती नहीं दोहराना है
भाजपा सूत्रों ने बताया कि बैठक में शाह ने 2018 के विधानसभा चुनावों में भाजपा की हार पर विस्तृत की। इन सीटों को दोबारा कैसे जीता जाए इसके लिए एक रोडमैप तैयार किया जा रहा है। वहीं शाह ने बताया कि कैसे आदिवासी क्षेत्रों में जहां कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनावों में कुल 47 सीटों में से 31 पर जीत हासिल की थी। उनको अपने पक्ष में लाया जाए इस पर काम करना है। लेकिन 2018 में हमसे चूक हाे गई थी। इस बार वह गलती नहीं दोहरानी है। क्योंकि इस बार चूक हुई ताे सरकार चली जाएगी। यह मैं इसलिए कह रहा हूं कि मध्यप्रदेश की जीत बहुत जरूरी है। अगर हम मप्र जीत गए ताे समझो अगले 50 साल केंद्र में भी भाजपा की ही सरकार रहेगी।
अमित शाह ने विपक्षी एकता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ये नाम भी बदल ले तो क्या कोई इन्हें वोट देगा?
नाराज नेताओं को मिलेगी महत्वपूर्ण भूमिका
जानकारी के अनुसार शाह ने बैठक में उन वरिष्ठ नेताओं की भी बात की जो वर्तमान में पार्टी से नाराज हैं। शाह ने जिला प्रभारियों और अध्यक्षों से कहा कि पार्टी के नाराज सदस्यों को चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका में लाया जाएगा। अमित शाह ने कहा कि आप सबको पता है न कि भाजपा कितनी बड़ी ताकत है। किसी बड़े नेता की जरूरत ही नहीं है। हमारा बूथ का कार्यकर्ता ही चुनाव जिताने में सक्षम है।
बैठक में 82 में से 70 रहे उपस्थित
बैठक में संभाग के सभी जिलाें के अध्यक्ष, महामंत्री व प्रदेश व राष्ट्रीय पदाधिकारी मौजूद थे। 82 पदाधिकारियों काे बुलाया गया था, लेकिन बैठक में करीब 70 उपस्थित हुए।