स्वच्छताग्राहियों ने विधायक और जनपद पंचायत सीईओ को सौंपा ज्ञापन
अब तक नहीं मिला मानदेय, परिवार चलाने में हो रही परेशानी
सारंगपुर । केंद्र सरकार द्वारा संचालित मिशन स्वच्छता भारत एवं योजनाओं में काम करने के लिए रखे गए स्वच्छाग्रहियों ने शनिवार को विधायक निवास पर पहुंचकर क्षेत्रीय विधायक कुंवरजी कोठार एवं जनपद पंचायत सीईओ प्रमोद कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने स्वच्छाग्रहियों को नियमित काम देने और निश्चित मानदेय दिए जाने की मांग रखी।
विधायक और सीईओ को सौपे गए ज्ञापन में स्वच्छाग्रहियों ने कहा कि वर्ष 2019 में शासन द्वारा काम दिया गया, जिसमें सभी स्वच्छाग्रहियों ने कुशलतापूर्वक काम किया। लेकिन पिछले 2 सालों से सभी स्वच्छाग्रहियो कोई काम नहीं दिया गया। अत: विकासखंड के सभी स्वच्छाग्रहियों को नियमित काम दिया जाए और उन्हें आईडी कार्ड जारी कर पंचायतों में मेट बनाया जाए। उल्लेखनीय है कि पंचायत एव ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत में स्वच्छताग्राही की नियुक्ति 2019 की गई थी। जिसमें हरदा विकासखंड में 115 स्वच्छताग्राही कार्यरत हैं। स्वच्छता ग्राही सीएफटी संगठन जिला उपाध्यक्ष सजन सिंह मालवीय ने बताया कि स्वच्छता ग्राहियों द्वारा जन समुदाय के बीच जन जागरूकता, मांर्निग – इवनिंग फालो, स्वच्छता चौपाल, ट्रिगर, स्वच्छता रैली, संस्थागत साफ – सफाई, हाथ धुलाई, श्रमदान, गर्व यात्रा, लोक चित्र से स्वच्छता संवाद, स्वच्छता आकलन, शौचालय सत्यापन जैसी अन्य गतिविधियों का संचालन किया गया। लोगों को स्वच्छ भारत अभियान के प्रति जागरूक कर रहे हैं, लेकिन स्वच्छता ग्राहियों को सितंबर माह 2019 से अभी नियमित मानदेय नहीं दिया गया है। वह आर्थिक संकट का सामना कर रहे और न ही जनवरी 2020 से कोई काम दिया गया है। जिसके कारण हम सभी लोग बेरोजगार हो गए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी समस्या को लेकर हम स्वच्छता ग्राहियों ने जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारियों को ज्ञापन दिया। जिसमें समय से मानदेय एवं नियमित कार्य दिलवाने की मांग की है।
ज्ञापन देने वालो में संगठन के जिला उपाध्यक्ष सजन सिंह मालवीय के साथ ब्लाक अध्यक्ष हरिनारायण, ब्लाक उपाध्यक्ष सुरेश सेन, श्याम सिंह राजपूत, धर्मेंद्र कुंभकार, दिनेश पुष्पद, सुनील नागर, रामबाबू, जगदीश मेवाड़ा, मनोज लववंशी आदि शामिल रहे। ज्ञापन लेते हुए विधायक श्रीकोठार ने हर संभव सहयोग का संगठन के पदाधिकारियों को भरोसा दिया और सरकार तक उनकी आवाज पहुंचाने का आश्वासन दिया।