डोसी के पास है बांग्लादेश उदय का 52 वर्ष पुराना दुर्लभ व बहुमूल्य लिफाफा
महिदपुुर। आज से 52 वर्ष पहले के समय को हम याद करें तो यह पाते हैं कि आज ही के दिन 1971 में भारत ने पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में विजय श्री हासिल की थी।सन् 1971 के युद्ध में न केवल पाकिस्तान की करारी हार हुई थी बल्कि बांग्लादेश का निर्माण भी हुआ था। भारत ने बांग्लादेश को आजाद कराया था और सबसे पहले उसे मान्यता भी दी थी।तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने तत्समय घोषणा की थी कि बांग्लादेश में पश्चिमी पाकिस्तानी सेना ने आज 16 दिसंबर को 4:31 बजे बिना शर्त हथियार डाल दिए हैं।
इसी बात को लेकर हर वर्ष 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाया जाता है।14 दिन चले उस युद्ध के उपसंहार में पाकिस्तान के तत्कालीन सेना प्रमुख आमिर अब्दुल्लाह खान नियाजी ने अपने 93 हजार सैनिकों के साथ जनरल मानेकशा और भारतीय और बांग्लादेश की सेनाओं के पूर्वी क्षेत्र में जनरल जगजीतसिंह अरोड़ा के समक्ष आत्मसमर्पण किया था।ढाका स्वतंत्र बांग्लादेश की राजधानी बना था। इस विजय के उपलक्ष में बांग्लादेश के शेख मुजीबुर्रहमान ने बांग्लादेश की कमान संभाली।उसके बाद 29 जुलाई 1971 को बांग्लादेश ने अपनी सरकार का पहला डाक टिकट वाला प्रथम दिवस आवरण जारी किया था जो महिदपुुर नगर के वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी जवाहर डोसी पीयूष के पास सहेजकर रखा गया है।आज के दिन के महत्व को देखकर डोसी ने अपने मित्र जनों को दिखाकर उनकी प्रशंसा बटोरी है जिनका मुख मूल्य रु. 10,5,3,2,1,और 50,20,10 पैसे है।