श्रद्धालुओं की भारी भीड़ व कड़ी सुरक्षा के  बीच निकली महाकाल की चौथी सवारी

– देशभर से उमड़े लाखों श्रद्धालुओं को बाबा महाकाल ने पालकी, हाथी व रथों में 4 रूपों में दिए दर्शन 
दैनिक अवंतिका उज्जैन। 
महाकाल की चौथी सोमवार को उज्जैन में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ व प्रशासन की कड़ी सुरक्षा के बीच निकली। सवारी में राजाधिराज महाकाल ने चांदी की पालकी, हाथी व दो रथों में सवार होकर चार रूपों में दर्शन देकर अभिभूत किया। शहर में सवारी मार्ग पर सुबह से ही विशेष पुलिस बल तैनात था। संदिग्ध लोगों पर सीसी कैमरों व अन्ध माध्यमों से नजर रखी गई। 
सवारी शाम 4 बजे मंदिर से शुरू हुई। इसके पहले सभामंडप में श्री चंद्रमौलेश्वर की चांदी की प्रतिमा का शासकीय पुजारी पं. घनश्याम शर्मा द्वारा अभिषेक, पूजन व आरती की गई। पूजन में प्रमुख रूप से आचार्य शेखर महाराज, कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, सिंहस्थ मेला अध्यक्ष माखन सिंह शामिल हुए। बाबा की प्रतिमा को पंडे-पुजारियों ने पालकी में विराजित किया और जय महाकाल के उद्घोष के कहारों ने पालकी उठाई। मंदिर के बाहर पुलिस के जवानों ने बाबा को सलामी देकर नगर भ्रमण के लिए रवाना किया। सवारी में आगे ध्वज, तोपची, घुड़सवार दल, पुलिस का बैंड और मार्च पास्ट करती पुलिस जवानों की टुकड़ी पैदल निकली। बीच में भगवान महाकाल की चांदी की पालकी थी। इसके पीछे गुरुड़ व नंदी के रथ व आखिरी में हाथी निकला। 
शिप्रा तट पर अभिषेक के 
लिए आधे घंटे रुकी सवारी 
सवारी महाकाल मंदिर चौराहे से गुदरी, कहारवाड़ी होते हुए शिप्रा तट रामघाट के पास राणौजी की छत्री पालकी पूजन स्थल पर पहुंची जहां पुजारी आशीष गुरु आदि पंडे-पुजारियों ने मंत्रोच्चार कर शिप्रा के जल से महाकाल का अभिषेक-पूजन संपन्न किया। यहां करीब आधे घंटे रुकने के बाद सवारी पुन: रामानुजकोट, कार्तिकचौक, ढाबारोड, छत्रीचौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार होकर वापस मंदिर पहुंचकर समाप्त हुई। 
सवारी में इस बार अनाधिकृत 
भजन मंडली व डीजे बाहर किए
सवारी में पुलिस प्रशासन ने इस बार अनााधिकृत रूप से शामिल होने वाली भजन मंडलियों व डीजे वालों को बाहर किया। ये लोग जबरन सवारी में घुसकर हर बार व्यवस्था बिगाड़ देते हैं। रविवार को ही प्रशासन ने इस पर बैठक कर निर्णय लिया था। इसके तहत यह कार्रवाई की गई। चौथी सवारी में केवल 9 अधिकृत भजन मंडली को ही शामिल होने की अनुमति दी गई। 
 
कलेक्टर-एसपी घोड़े पर, ड्रोन से भी 
नजर, 1000 पुलिस सुरक्षा में तैनात
सवारी में कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, एसपी सचिन शर्मा घोड़े पर सवार होकर निकले। उनके साथ नगर निगम आयुक्त रोशन सिंह भी थे। महाकाल मंदिर से लेकर शिप्रा के रामघाट सहित पूरे सवारी मार्ग पर कई प्रमुख स्थानों पर ड्रोन से भी नजर रखी गई। वही  सवारी मार्ग में 1000 से ज्यादा पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात किए गए थे।
 
महाकाल की अब अगली सवारी 
7 अगस्त को नगर में निकलेगी
महाकाल की अब अगली सवारी 7 अगस्त को नगर में निकलेगी। यह श्रावण के अधिकमास की पांचवीं सवारी होगी। इस बार दो श्रावण होने से कुल 10 सवारियां निकलना है। 
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