प्रधानमंत्री अपनी जिम्मेदारी से बच रहे हैं, यह देश का दुर्भाग्य
जावद । जावद ब्लॉक कांग्रेस कमेटी द्वारा मणिपुर में व्याप्त हिंसा, बर्बरता व दिलदहला देने वाली घटना को लेकर सोमवार को स्थानीय एसडीएम कार्यालय में तहसीलदार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर मणिपुर में शीघ्र हालत सुधारने , मणिपुर की पीड़ित जनता को सुरक्षा मुहैया करवाने , राष्ट्रपति शासन लगाने व दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की गई।
ज्ञापन में लिखा गया कि मणिपुर राज्य में हो रही हिंसा अराजकता लूट-खसोट, नारियों के प्रति शर्मशार करने वाले अपराध को शीघ्र रोका जाए, मणिपुर में भा.ज.पा. की राज्य व केन्द्र सरकार की उदासीनता व निष्क्रियता के कारण जातिगत में जहर व वैमनस्यता फैल रही है अगर उसे तत्काल रोका न गया तो उसका भयावह असर पुर्वोत्तर के अन्य राज्यों में भी देखने को मिलेगा जो निश्चित ही चिंतनीय है। जो भी नफरत फैलाने की भाषा बोलते है या लिखते है उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए, मणिपुर की घटना हम सब देशवासियों के लिए बहुत ही चिंता व शर्म की बात है।
ऐसा लगता है मणिपुर राज्य व केन्द्र की सरकार ने अपने होने का ओचित्य ही खो दिया है, सड़को पर विध्वंस का भयावह दृश्य बना हुआ है जिसके लिए राज्य व केन्द्र सरकार पुर्णत: जिम्मेदार है। मणिपुर की संस्कृति इतिहास व वर्तमान सभी धूं-धूं कर जल रहे है परन्तु सरकार को चुनाव की तैयारी करने से फुर्सत नहीं है। देश के प्रधानमंत्री खामोश है संसदीय जिम्मेदारी से बच रहे है जो कि न्यायोचित नहीं है। यह गंभीर चिंता का विषय है । ज्ञापन का वाचन जावद ब्लॉक अध्यक्ष ओमप्रकाश राव ने किया।
ज्ञापन के पूर्व कांग्रेसजनों ने जावद बस स्टैंड पर स्थित इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उसके पश्चात जावद जनपद अध्यक्ष सत्यनारायण पाटीदार, जावद ब्लॉक अध्यक्ष ओम प्रकाश राव, रतनगढ़ ब्लॉक अध्यक्ष गोविंद सिंह सांडा आदि की प्रमुख उपस्थिति में सभी कांग्रेस जन रैली के रूप एसडीएम कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन तहसीलदार श्री कछावा को सौंपा गया। इससे पूर्व कांग्रेसजन रैली के रूप में भाजपा सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए चल रहे थे। सभी कांग्रेस जनों ने कहा की मणिपुर में व्याप्त हिंसा व शर्मशार करने वाली अमानवीय घटनाएं देश के लिए शर्मनांक है। इसके लिए मणिपुर राज्य व केंद्र की बीजेपी सरकार दोषी है। मोनी बाबा बने पीएम नरेंद्र मोदी की चुप्पी से मणिपुर के और हालत बिगड़ रहे है।
प्रधानमंत्री देश का अहम हिस्सा होता है जिनके पास देश के प्रत्येक रहवासी की सुरक्षा का जिम्मा होता है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निष्क्रियता से हालत बद से बदतर हो चुके है। प्रधानमंत्री अपनी जिम्मेदारी से भागते नजर आ रहे है।यह देश का दुर्भाग्य है।
इस अवसर पर जीतू बन्ना अठाना, मोहन बड़ौला , महेश वर्मा मंडल अध्यक्ष, डॉलर, रतनलाल तिरंगा,गोपाल शर्मा जिला महामंत्री विजय राठौर, जिला महामंत्री घनश्याम पुरोहित सेक्टर अध्यक्ष, राजमल शर्मा मनोहर शर्मा, गुलाब सिंह राठौर, मेहरबान सिंह, अभिलाष, संजय जोशी जावद, राजू शर्मा, विजय तिवारी ,सतीश नागला ,शौकीन पटेल, राजेश चंडक, मनोज जरिया, मंगल तोतला, मधु पांडे, प्रकाश राका, जस्सू शर्मा, जमुनालाल बात्रा, कमलेश पंचोली, देवराज राठौड़ ,पवन संघवी, यश जरिया, पूरन चंदेल, शौकीन नेता, बांगरेड से कैलाश शर्मा ,देवकिशन लोहार, हरिशंकर, किशनलाल बैंस, बलराम सालवी, दशरथ रेगर, रामनिवास, रशीद खां पठान, श्यामलाल राठौर, बद्रीलाल शर्मा ,भरत पाटीदार, मनीष बैरागी आईटी सेल विधानसभा अध्यक्ष, नानालाल रावत सेक्टर अध्यक्ष, शिव जी भाटी उपरेड़ा गोपाल पंवार सरपंच, सुनील जैन मोड़ी, नरेश भाटी सरपंच, सरवानिया महाराज से दिनेश वैष्णव मंडल अध्यक्ष ,देवेंद्र हंसवाल, कंवर लाल पाल, दिनेश वीरवाल ,शोभाराम नायक सुवाखेड़ा ,मानसिंह जाट, कोमल भटेवरा जावद सहित लासुर से राजेश भाटी मंडल अध्यक्ष, सलीम भाई मंसूरी, बराड़ा से उदयराम प्रजापत सेक्टर अध्यक्ष ,दिनेश, किशोर दमामी, गोपाल, रामलाल ,पन्नालाल धनगर आमली भाट , किशोर धनगर, गोपाल सुआ सेक्टर अध्यक्ष सहित बड़ी संख्या ने कांग्रेसी उपस्थित रहे।