रोज लग रहा है कई जगह जाम, सुधरने के बजाय बिगड़ रही शहर की ट्रैफिक व्यवस्था

गोपाल मंदिर पर बनी पार्किंग का कम हो रहा है उपयोग

उज्जैन पुराने शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। महाकाल लोक बनने के बाद बाहर के श्रद्धालुओं की कई गुना भीड़ बढ़ गई है ऐसे में हरी फाटक, इंदौर गेट, दौलतगंज, चारधाम मंदिर ,जयसिंहपुरा सहित अन्य मार्गों पर सुबह से लेकर शाम तक लंबा जाम लगा रहता है।सड़क पर पैदल चलने वालों का निकलना भी दुश्वार हो गया है। इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में भी ट्रैफिक व्यवस्था सुधरने की बजाय दिनों-दिन बिगड़ती जा रही है। कारण सावन के माह में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी व व्यवस्था सुधारने पर अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं दिया जाना है। शहरवासियों का कहना है कि पार्किंग व्यवस्था सुधारने के लिए अफसरों को ध्यान देना चाहिए। खासतौर से महाकाल मंदिर, हरिफाटक, दौलतगंज, गोपाल मंदिर, छत्रीचौक, ढाबा रोड और सतीगेट क्षेत्र है। जहां पर पैदल चलना भी लोगों के लिए मुश्किल होता जा रहा है।

यहां सड़क के बीचोबीच खड़े कर रहे हैं वाहन

लोगों को पैदल और वाहन के साथ चलने के लिए सुरक्षित, चौड़ीसड़क एवं वाहन पार्क करने को स्टैंड बनाना सरकार की जिम्मेदारी है। काफी हद तक वह ये जिम्मेदारी निभाती भी है, मगर जिम्मेदारी केवल यहीं खत्म नहीं हो जाती। लोग सड़क पर अतिक्रमण न करें और अपने वाहन पार्किंग स्टैंड पर ही पार्क करें, इसका पालन कराना भी उनका कर्तव्य है। मगर उज्जैन शहर में ऐसा हो नहीं रहा। उज्जैन नगर निगम ने करोड़ों रुपये खर्च कर शहर के सभी प्रमुख मार्गों को चौड़ा किया। और प्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल एवं सीसीटीवी कैमरे लगवाए। गोपाल मंदिर, चारधाम मंदिर, टंकी चौक, देवासगेट और नानाखेड़ा बस स्टैंड पर वाहन पार्किंग स्टैंड भी बनवाए। बावजूद कई लोग पार्किंग के रुपये बचाने के लिए व्यावसायिक क्षेत्र की सड़कों के बीच या किनारों पर वाहन पार्क कर दूसरों के लिए मुसीबत खड़ी कर रहे हैं। इस क्षेत्र के दुकानदार भी काफी नाराज हैं। उनका कहना है कि वाहन, पार्किंग स्टैंड में ही पार्क करवाना, यातायात पुलिस और नगर निगम की संयुक्त जिम्मेदारी है।

महाकाल हरी फाटक छत्री चौक से सतीगेट के बीच यातायात की स्थिति सबसे खराब

शहर में हरि फाटक महाकाल छत्री चौक खड़े हनुमान मंदिर से सतीगेट के बीच यातायात की स्थिति बहुत खराब है छत्री चौक से सती गेट के पूरे रास्ते सड़क के बीच और दोनों छोर पर सुबह से देर शाम तक दोपहिया वाहनों की लंबी कतार लगी रहती है। जबकि थोड़ी दूरी पर ही गोपाल मंदिर टंकी चौक के सामने नगर निगम की मल्टीनेशनल पार्किंग है। टंकी चौक की पार्किंग, शहर की पहली मल्टी लेवल पार्किंग है, जिसका निर्माण साढ़े 7 करोड़ रुपये में हुआ था। यह सौगात शहरवासियों को मिली, पर ज्यादातर लोग इस पार्किंग का इस्तेमाल नहीं करते हैं।