आधी अधूरी रिपोर्ट दर्ज कर बख्शा एक आरोपी को

खरगोन।   जिले के बेड़ियां थाना क्षेत्र स्थित ग्राम तमोलिया में गुर्जर समाज के दबंगों द्वारा दलित महिला के साथ मारपीट किए जाने का मामला सामने आने के बाद समूचे थाना क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। इस समूचे मामले का प्रकाशन प्रमुखता के साथ ” दलित महिला के साथ दबंगों ने की मारपीट” नामक शीर्षक से दैनिक अवंतिका द्वारा 29 जुलाई के अंक में प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया गया था। पहले बेड़िया थाने पर पीड़ित महिला की आपबीती सुनने समझने के बजाय पुलिस ने महिला को दबंगों के दबाव में ऐसे ही चलता कर दिया था। मामला मीडिया में प्रकाशन के बाद जब तूल पकड़ने लगा तो पुलिस ने 3 आरोपियों के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया जिसमें रामेश्वर नरेंद्र एवं सुरेंद्र गुर्जर शामिल है । जबकि पीड़ित महिला श्रीमती लक्ष्मी पति गंगाराम अंजने ने बताया की वह अनपढ़ होने की वजह से दर्ज कायमी को पढ़ नहीं पाई जब अन्य व्यक्ति से जानकारी ली गई तो पता चला कि पुलिस द्वारा दर्ज प्रकरण मैं शेरू नाम का व्यक्ति भी सम्मिलित था । मारपीट में संलिप्त शेरू को पुलिस द्वारा आरोपी नहीं बनाते हुए उसे उपकृत किया गया है । लक्ष्मी ने बताया कि जब इसकी शिकायत लेकर थाने पर दोबारा पहुंची तो वहां मौजूद पुलिसकर्मी शकुंतला डोडवे द्वारा फटकार लगाकर चलता कर दिया गया । जब की शेरू भी मारपीट के मामले का मुख्य आरोपी है । लक्ष्मी बाई ने शेरू के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज करने की मांग की है । जबकि थाना प्रभारी राजेंद्र बर्मन का कहना है कि मामले में शामिल सभी के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है।