मुख्यमंत्री ने हंडिया माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना का भूमिपूजन किया

देवास ।  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को विकास पर्व के कार्यक्रम में शामिल होने जिले की खातेगांव में पहुंचे जहां उन्होनें हंडिया माइक्रो उद््हवन सिंचाई परियोजना का भूमिपूजन किया। मंच से उन्होंने हंडिया माइक्रो उद््हवन सिंचाई परियोजना का नाम परिवर्तित कर सिद्धनाथ परियोजना किया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश स्तर पर चलाई जा रही लाड़ली बहना, लाड़ली लक्ष्मी योजना का बखान किया। इसके साथ ही मंच से उन्होनें खातेगांव में हुए स्वागत के बारे में कहा कि बच्चे उन्हें आईलवयू मामा कही रहे थे उससे वे अभिभूत हुए।
मंच से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दोनों हाथ जोड़कर सभी को राम-राम। स्वागत के दौरान बच्चे आईलवयू मामा कह रहे थे, यहां आकर बुजुर्गो का आर्शिवाद मिला है। उन्होनें कांग्रेस को आड़े हाथ लेकर कहा कि भाजपा ने किसानों के लिए सिंचाई परियोजना बनाई, कांग्रेस की सरकार ने सिंचाई की सोची ही नहीं, हमने नर्मदा नदी का पानी खातेगांव में किसानों के खेतों में पंहुचाया। हमने नर्मदा और शिप्रा नदी को जोड़ा हंडिया माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना 1 हजार 294 करोड़ से अधिक की लागत से बनाई है 72 गांवों के लगभग 1 लाख एकड़ में 30 हजार 857 किसानों के खेतों में सिंचाई होगी। हंडिया सिंचाई योजना का नाम परिवर्तित कर सिद्धनाथ सिंचाई परियोजना होगा। कांग्रेस 18 प्रतिशत ब्याल पर कर्जा देते थे। लेकिन हमने 7 उसके बाद 5 और अब 0 प्रतिशत ब्याज पर कर्जा दे रहे हैं। खेती को फायदे का धंधा बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। भारतीय संस्कृति में माता-बहनों का बहुत सम्मान है। इसके साथ ही खातेगांव के हिरणगांव को तहसील बनाने की घोषणा की।