“शिक्षा का सम्मान शिक्षक के सम्मान से”: पंकज नाफडे।

उज्जैन । विगत दिवस श्री मोहनानंद दंडी आश्रम बड़नगर रोड उज्जैन में व्यास पूजन के अंतर्गत एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें भारतीय शिक्षण मंडल के राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री व मालवा प्रांत के पालक अधिकारी  पंकज नाफ़ड़े जी मुख्य रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के संचालक श्री गजानन सरस्वती महाराज द्वारा की गई । उन्होंने ‘गुरुओं की महत्ता तथा विद्यार्थियों का गुरुओं के प्रति सम्मान’ गुरु शिष्य परंपरा के विषय में उद्बोधन दिया ।

कार्यक्रम का प्रारंभ श्रीमती मंजू यादव द्वारा ध्येय मंत्र के साथ किया गया । डॉ प्रदीप पालीवाल जी द्वारा अतिथि परिचय देकर अतिथियों का स्वागत सम्मान ग्रंथ गुच्छ के साथ संगठन के सदस्य डॉक्टर चिंतामन राठोर, डॉ दिवाकर पटेल, डॉक्टर राजेश मीणा द्वारा किया गया ।
मुख्य वक्ता के रूप में पधारे श्री पंकज नाफडे जी ने बताया कि कई युगों से चली आ रही गुरु शिष्य परंपरा विद्यार्थियों द्वारा गुरु का सम्मान जो वर्तमान परिवेश में आधुनिक शिक्षा प्रणाली में देखने को नहीं मिलता, उसको जीवंत बनाए रखने, उस को संरक्षित बनाए रखने के लिए विद्यार्थियों में ऐसे संस्कारों का समावेश बना रहे जिससे वह अपने गुरुजनों का सम्मान आदर सत्कार करें । उन्होंने आगे बताया कि जब तक गुरु और शिष्य का संबंध नहीं होगा तब तक शिक्षा और संस्कार में विस्तार नहीं हो सकता। कार्यक्रम में डॉक्टर सचिन राय, पंडित मोहन शास्त्री पंडित राहुल पारेख,उपस्थित थे । कार्यक्रम का संचालन गुरुकुल के प्रांतसह प्रमुख पंडित रामचंद्र नायक जी द्वारा किया गया।

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