तुम मुझे यूँ भूला न पाओगे दशपुर रंगमंच ने गीतों के माध्यम से दी मो. रफी सा. को श्रद्धांजलि
मन्दसौर । दशपुर रंगमंच द्वारा प्रसिद्ध पार्श्वगायक मोहम्मद रफी सा. की पुण्यतिथि पर गीतों के माध्यम से श्रद्धा सुमन अर्पित किये।प्रारंभ में सभी कलाकारों ने मॉ सरस्वती के तस्वीर पर माल्यार्पण किया। राजकुमार अग्रवाल ने सदा बहार गीत बहारों फूल बरसाओ, मेरा महबूब आया हैज्ज् गाकर संगीत निशा की शुरूआत की। तत्पश्चात् स्वाति रिछावरा ने तुम मुझे यू भुला न पाओगे, जब कभी भी सुनोगे गीत मेरे, संग-संग तुम भी गुनगुनाओगे गीत गाकर रफी सा. की गीतों को सदा दिलों में बसने की बात कही। हेमन्त भावसार ने च्च्खिलोना जानकर तुम मेरा दिल तोड़ जाते होच्च् गीत सुनाया। आबिद भाई ने च्च्जनम जनम का साथ है निभाने को सुनाकर रफी सा. को श्रद्धा सुमन अर्पित किये। चेतन व्यास ने च्च्आजा तुझको पुकारे मेरा प्यारज्ज् गीत प्रस्तुत किया। संगीत निशा को आगे बढ़ाते हुए सतीश सोनी ने दिल का सूना साज तराना ढंूढेगा की मधुर प्रस्तुति दी। हरिश लक्कड़ ने च्च्चल मुसाफिर तेरी मंजिल दूर है तो क्या हुआ गाया। लोकेन्द्र पाण्डे ने मेरा प्रेम पत्र पढ़कर तुम नाराज न होना व नंदकिशोर राठौर ने च्च्इस रंग बदलती दुनिया में इंसान की नियत ठीक नहीं गीत गाया। हिमांशु वर्मा, महेश त्रिवेदी, डॉ. महेश शर्मा, रानी राठौर, डॉ. के.एल. राठौर, कमल संगतानी, भरत लखानी आदि ने भी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन नरेन्द्र त्रिवेदी ने किया एवं आभार ललिता मेहता ने माना।