इंदौर संभागायुक्त ने किया एमटीएच अस्पताल का दौरा, अस्पताल की प्रभारी पर जताई नाराजगी
इंदौर । नवागत संभागायुक्त मालसिंह भयड़िया गुरुवार को सुबह एमटीएच हास्पिटल का निरीक्षण करने पहुंचे। बुधवार को भी संभागायुक्त ने एमवाय अस्पताल का दौरा किया था और समय पर अस्पताल नहीं पहुंचे अधिकारियों व डाक्टरों को निलंबित किया था। साथ ही उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था। गुरुवार को भी संभागायुक्त भयडिया ने ड्यूटी से गायब मिले पांच डाक्टरों को नोटिस जारी किया। उन्होंने अस्पताल की प्रभारी डा. अनुपमा दवे को लेकर नाराजगी जताते हुए, प्रभारी को हटाने के निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि प्रभारी को कोई जानकारी नहीं है, इन्हें यहां से हटाइये।
संभागायुक्त मालसिंह ने एमटीएच अस्पताल का दो घंटे तक सघन दौरा किया। इस दौरान उन्होंने एक-एक विभाग के दस्तावेजों को देखा। लगभग हर विभाग में खामियां पाने पर उन्होंने जिम्मेदारों को नोटिस देने के निर्देश दिए। वहीं अस्पताल के उप अधीक्षक डॉ. अनुपमा दवे को हटाने के निर्देश भी दिए। निरीक्षण के दौरान डीन डॉ. संजय दीक्षित व अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
संभागायुक्त प्रात: नौ बजे ही एमटीएच अस्पताल पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने ओपीडी कक्ष का निरीक्षण किया। वहां पर डॉक्टर और स्टाफ उपलब्ध नहीं थे। पैथॉलाजी लैब के इंचार्ज डॉ. अनुपता दीघे भी ड्यूटी पर उपस्थित नहीं थी। माइक्रोबॉयोलाजी लैब का निरीक्षण करते हुए खामियां पाई गई। यहां ड्यूटी चार्ट लगाने, सिस्टम सुधारने का कहा। डॉ. अंजू महोरा और डॉ. नेहा भी 10 बजे उपस्थित नहीं थी। बायोकेमेस्रिी रजिस्टर चेक किया। सैंपल देने में हो रही देरी पर नाराजगी जताई। घंटों सैंपल नहीं भेजे जा रहे, जबकि नियमानुसार हर आधे घंटे में संबंधितों तक सैंपल भेजना होता है।
संभागायुक्त ने आयुष्मान आफिस के निरीक्षण के दौरान रजिस्टर और कम्प्युटर से जानकारी निकाली तो 1400 के पेंडिंग होने की बात सामने आई। उन्होंने सोनोग्राफी सिस्टम की बारिकी से पूछताछ की। गलत जानकारी देने पर कम्प्युटर आॅपरेटर को डांट लगाई। पैथॉलाजी लैब में टूटी हुई कुर्सियां मिली उन्हे हटाने को कहा। सैंपलों की अपूर्ण जानकारी पर कार्यवाही करने का कहा। जननी सुरक्षा योजना की जानकारी के संबंध में संतुष्टीपूर्ण जवाब नही मिलने पर उन्होंने प्रभारी पर कार्यवाही करने को कहा। डिलीवरी के बाद मिलने वाली राशि के बारे में उन्होंने पाया की पोर्टल पर इंट्री नही की गई।
उन्होंने जनरल वार्ड में भर्ती मरीजो के नाश्ते और भोजन के बारे में जानकारी ली। कुछ शिकायतें मिलने पर उन्होंने दुरूस्त करने के निर्देश दिए। स्टोर रूम प्रभारी डॉ. सुनीता द्वारा दवाइयों की जानकारी नहीं देने व उपयोगिता का हिसाब नहीं देने पर उन पर कार्यवाही के निर्देश दिए। डॉक्टर कक्ष में कागज फाइले मिलने पर उन्हें हटाने को कहा। मिल्क बैंक में रजिस्टर देखा। इस दौरान पता चला की 13 जुलाई के बाद किसी भी बच्चे को दूध नहीं दिया गया। लैब में ताले ही लगे हुए हैं। परिवार नियोजन विभाग में डॉक्टर नहीं थे। संभागायुक्त ने अस्पताल का सघन दौरा किया। उन्होंने सभी खामियां शीघ्र ठीक करने के निर्देश भी दिए।
उप अधीक्षक को हटाने के निर्देश
संभागायुक्त मालसिंह द्वारा गुरुवार को एमटीएच अस्पताल का दौरा किया गया। इस दौरान अस्पताल उप अधीक्षक डॉ. अनुपमा दवे से उन्होंने व्यवस्थाओं, मरीजों की स्थिति, खामियों सहित अन्य जानकारी चाही तो वे संतुष्टिपूर्ण जवाब नहीं दे सकी। उनका व्यवहार भी अनुकूल नहीं था। मरीजों की परेशानियों की बारे में भी नहीं बता सकी। संभागायुक्त ने नाराजगी जताते हुए उन्हें अस्पताल से हटाने के निर्देश डीन डॉ. संजय दीक्षित को दिए।