म.प्र. के निराश 5 लाख पेंशनर मांगे पूरी नहीं होने से जा सकते हैं सरकार के खिलाफहजारों ज्ञापन देने के बावजूद मुख्यमंत्री मौन

रतलाम ।   राज्य पेंशनर्स की लंबित न्यायोचित ज्वलंत मांगो को लेकर ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।ज्ञापन में बताया कि प्रदेश के 5 लाख पेंशनर्स अत्यंत क्षुब्ध दुखी, निराश एवं उपेक्षित हो रहे है। पेंशनर्स को सरकार द्वारा समय पर महंगााई राहत नहीं दी जा रही है और ना ही चिकित्सा भत्ता, स्वास्थ्य बीमा योजना, वेतनमान का एरियर भी नहीं दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री को हजारों की संख्या में ज्ञापन प्रस्तुत करने, धरने पर बैठने तथा भुख हड़ताल आदि उपाय शासन को ध्यान आकर्षित करने हेतु किए गए परंतु सभी प्रयत्न नक्कारखाने में तुती की आवाज सिद्ध हुए। पेंशनरों में काफी रोष है इस बाबत पेंशनर्स एसोसिएशन भोपाल के आह्वान पर क्षेत्रीय विधायकों व सांसदों को पत्र लिखकर पेंशनर्स के पक्ष में मुख्यमंत्री मप्र शासन को पत्र लिखने के लिए ज्ञापन दिए गए।
ज्ञापन में यह भी दशार्या गया कि राज्य पेंशनरों का विश्वास तोड़ा गया तो प्रदेश के 5 लाख पेंशनर्स व उनके परिवार तथा रिश्तेदार आगामी चुनाव में अपना समर्थन नहीं करेंगे। इस बाबत क्षेत्रीय विधायकों से मुख्यमंत्री को पेंंशनर्स की न्यायोचित ज्वलंत मांगों को मनवाने के लिए विधायक अपनी ओर से अनुरोध करें। ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना ने आश्वस्त किया है कि आपकी मांगों का निराकरण हेतु पत्र समक्ष में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को देंगे। ज्ञापन देने में अध्यक्ष कीर्तिकुमार शर्मा, जितेन्द्रसिंह भूरिया, आर.एस. शर्मा, के.एल. भाटी, विजयसिंह, कृष्णसिंह राठौर, शिवप्रकाश शर्मा, एफ.एम. मंसूरी, जयवंत गुप्ते, रणजीतसिंह राठौर, वेदपालसिंह, गजेन्द्रसिंह, आशा श्रीवास्तव, बाबूलाल शर्मा, गजेन्द्रसिंह बंदवार एवं एस.के. मिश्रा उपस्थित थे।

Author: Dainik Awantika