मतदाता सूची को लेकर कांग्रेस सावधान, बैठाएगी अपने एजेंट गड़बड़ी रह गई तो चुनाव में उठाना पड़ सकता है लंबा नुकसान
भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए तैयार की जा रही मतदाता सूची को लेकर कांग्रेस पार्टी स्तर पर सतर्कता बरत रही है। सभी मतदान केंद्रों पर एक माह तक निर्वाचन आयोग के बूथ लेवल आफिसर (बीएलओ) के साथ पार्टी के बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) बैठेंगे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने पदाधिकारियों से कहा है कि वे मतदाता सूची के काम को प्राथमिकता दें, क्योंकि इसमें कोई गड़बड़ी रह गई तो पार्टी को उसका नुकसान चुनाव में उठाना पड़ सकता है।
निर्वाचन आयोग ने प्रदेश में दो अगस्त से मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण का अभियान प्रारंभ किया है। यह 31 अगस्त तक चलेगा। इसमें मतदाता सूची में नाम जोड़ने, हटाने और संशोधन के लिए दावे-आपत्ति लिए जाएंगे। सितंबर में इनका निराकरण कर चार अक्टूबर को अंतिम सूची का प्रकाशन होगा।
इसे ध्यान में रखते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पदाधिकारियों से कहा है कि वे मतदाता सूची के काम में सक्रिय भागीदारी करें। 31 अगस्त के बाद आपत्ति का कोई अर्थ नहीं रहेगा, इसलिए मतदाता सूची की जांच कराएं। अपात्र मतदाताओं के पंजीयन पर आपत्ति करें और पात्र युवाओं के नाम सूची में जुड़वाएं।