रावण-लीला पर बवाल, हिंदू संगठन बोले- भगवान राम-सीता के लिए अपशब्द का प्रयोग कर भावनाओं को पहुंचाई ठेस, फिल्म रिलीज न करने की चेतावनी

ग्वालियर। जय श्रीराम सेना संगठन ने 1 अक्टूबर को आने वाली मूवी रावण-लीला को रिलीज नहीं करने की चेतावनी दी है। संगठन के सदस्यों ने रविवार को एसपी ऑफिस का घेराव कर मूवी के डायरेक्टर व टीम पर FIR की मांग की है। मूवी का ट्रेलर जारी हो चुका है। बताया गया कि फिल्म में भगवान राम और सीता के किरदारों के साथ छेड़छाड़ की गई है। यही नहीं, गलत शब्दों का उपयोग किया गया है। इससे हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचती है। युवाओं के प्रदर्शन पर एएसपी शहर हितिका वासल ने आवेदन लेकर तत्काल कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
1 अक्टूबर के दिन कई शहरों में रिलीज हो रही फिल्म रावण-लीला का विरोध अभी से शुरू हो गया है। संगठन के लोगों का आरोप है कि फिल्म डायरेक्टर हार्दिक गज्जर, धवल जयंतीलाल गाड़ा, अक्षय जयंतीलाल गाडा, पार्थ गज्जर व अन्य लोगों द्वारा फिल्म बनाई गई है। इसके साथ ही इस फ़िल्म का ट्रेलर टीवी और कई सोशल साइट्स पर भी डाला गया है। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवन पर लिखी रामायण महाकाव्य पर आधारित है, जिसमें रोमांस और कॉमेडी भी है।
फिल्म में सीता हरण के दृश्य को फूहड़ता के साथ दिखाया गया है कि रावण सीता माता से कहता है कि मां के ‘घर में संडास है’ ‘क्या बहुत जोरों से आई है’, जबकि रामायण कथा में इस तरह का दृश्य नहीं है। वहीं, इसी तरह की और भी कई दृश्य इस फिल्म में दर्शाए गए हैं, जिसमें राम सीता लक्ष्मण और अन्य देवी देवताओं का अपमान कर हिंदू धर्म को ठेस पहुंचाई है।
जय श्रीराम सेना के संगठन ने डायरेक्टर सहित अन्य फिल्म स्टाफ के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। फिल्म को रिलीज होने से रोकने की बात कही है। फिलहाल, पुलिस ने इस मामले को लेकर संगठन से आए लोगों को कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
संगठन के सदस्यों का कहना
जय श्रीराम सेना संगठन के नेता विकास शर्मा ने कहा कि संगठन ने फिल्म रावण लीला का विरोध किया है। संगठन के लोगों का आरोप है कि इस फिल्म में रामायण को लेकर हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है। फिल्म में राम और सीता दृश्य को भी गलत तरीके से दर्शाया गया है। फिल्म रिलीज ना होने और फिल्म डायरेक्टर और उनके साथियों के विरोध FIR की मांग की है। यदि फिल्म रिलीज होती है, तो वह प्रदर्शन करेंगे।