बोरिंग के पानी में खार, नानाखेड़ा क्षेत्र में शुद्ध पानी की दरकार…
पानी की टंकी बनकर तैयार लेकिन फिर भी कई घरों में नहीं पहुंचा नल का पानी
कई कालोनियों में नहीं हुए कनेक्शन…
खरीदकर पीना पड़ रहा है पानी
उज्जैन। नानाखेड़ा क्षेत्र के रहवासी काफी समय से शुद्ध पानी के लिए तरस रहे हैं। जिन कॉलोनियों में नल कनेक्शन नहीं हुए हैं उन कॉलोनियों के क्षेत्रवासियों ने अब महापौर से मांग की है कि उनके क्षेत्र में जल्द नल पाइप लाइन डाली जाए ताकि उन्हें शुद्ध पानी मिल सके और उन्हें पीने का पानी खरीदना ना पड़े।
नानाखेड़ा क्षेत्र की कई ऐसी कालोनियां है जहां पर अभी तक पीएचई के नल कनेक्शन नहीं हुए हैं। महामृत्युंजय द्वार के समीप नई टंकी का निर्माण हुए 2 वर्ष हो चुका है लेकिन अभी तक नानाखेड़ा क्षेत्र के कई घरों में नल का पानी नहीं पहुंचा है। इसलिए उन्हें रोज पीने का पानी खरीदना पड़ रहा है लोगों का कहना है कि घर में बोरिंग लगा है। लेकिन बोरिंग के पानी में इतना अधिक खार है कि लोग उस पानी का पीने में इस्तेमाल नहीं करते हैं बोरिंग के पानी में इतना खार है कि कई लोग पथरी की बीमारी के शिकार हो चुके हैं। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि पानी मैं खार इतना अधिक होता है कि जिन बर्तनों में पानी भरकर रखा जाता है वह भी खार से खराब हो जाते हैं कई वर्षों से पानी की समस्या चली आ रही है।जनप्रतिनिधियों से कई बार मांग की गई लेकिन अभी तक क्षेत्र में नल कनेक्शन नहीं हुए गर्मी में पानी की समस्या और विकराल हो जाती है यहां के लोगों को पीने का पानी मोटी रकम खर्च करके जुटाना पड़ता है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि महापौर मुकेश टटवाल को इस समस्या के बारे में अवगत कराया गया है उन्होंने इस समस्या का जल्द निराकरण करने का आश्वासन दिया है। क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है बोरिंग का 800 से 900 टीडीएस वाला पानी है जिसे पीने से कई लोगों को पथरी हो चुकी है लोगों ने अब यह पानी पीना बंद कर दिया है कई घरों में आरओ सिस्टम लगा है तो कई लोग पीने के लिए पानी की कैन खरीद रहे हैं।