हेराफेरी के लिए मठ-मंदिर और एनजीओ से मिले हैकर
इंदौर। हेराफेरी के आरोपित मठ-मंदिर और एनजीओ के खातों में हेराफेरी के रुपये ट्रांसफर करने की कोशिश में थे। यह खुलासा हैकर मलंग के मोबाइल में मिले स्क्रीन शाट से हुआ है। गिरोह में एक युवती की एंट्री हुई है जो कमीशन लेकर खाते मुहैया करवाने में जुटी थी। एडीसीपी जोन-4 अभिनय विश्वकर्मा के मुताबिक, आरोपित हर्ष शर्मा, आयुष मलंग, रवि जायसवाल, चंदन उर्फ रौनक और त्रिलोक शर्मा के सात मोबाइल, लैपटाप की जांच चल रही है।
आरोपित दिल्ली एनसीआर यूके वर्क नामक वाट्सएप ग्रुप से जुड़े थे, जिसके एडमिन दिल्ली और मुंबई के हैकर है। ग्रुप के कुछ सदस्य उन खातों की जानकारी साझा कर रहे थे जिनमें करोड़ों रुपये जमा हैं। उनके पास खाता नंबर, आइएफएससी, मोबाइल और ई-मेल तक रहता था। इन खातों को हैक कर पार्किंग खातों में रुपये ट्रांसफर करने की बात चल रही थी। ग्रुप के कुछ सदस्य और हैकर इसके लिए मठ-मंदिर और एनजीओ से मिले थे। इनके खातों में दानदाता बताकर हेराफेरी का रुपये ट्रांसफर करने की तैयारी चल रही थी। आयुष बुधवार को बेंगलुरु के एक संस्थान का खाता हैक करता इसके पहले पुलिस ने पकड़ लिया।
एडीसीपी के मुताबिक, आरोपितों ने रिया और यश कदम का नाम कबूला है। दोनों ही रियल एस्टेट ग्रूप से जुड़े हैं। यह दोनों भी कमीशन लेकर हेराफेरी के लिए खाता मुहैया करवाने की बात कर रहे थे। पुलिस ने दोनों को पूछताछ के लिए बुलाया है। वाट्सएप ग्रुप के एडमिन और सदस्यों की जांच चल रही है।