-संभाग के कुछ जिलों में स्वसहायता समूहों रसोईया की हड़ताल

कुछ आंगनवाडी,स्कूलों में खाने के “वांदे” पडे

-संभाग के कुछ जिलों में हडताल से असर का दावा कहीं कुछ असर नहीं

उज्जैन।प्रदेश के साथ ही उज्जैन संभाग में स्वसहायता समूहों ने हड़ताल कर दी है।स्कूलों में मध्यांह भोजन एवं आंगनवाडी में नन्हे मुन्नों को पोष्टिक आहार के वांदे पडने के दावे किए जा रहे हैं।देवास जिले में 80 फीसदी स्कूलों एवं आंगनवाडी हडताल से प्रभावित होने के दावे हैं तो उज्जैन में इसे बेअसर बताया जा रहा है।महिला बाल विकास विभाग के संभागीय अधिकारी हड़ताल से अंजान हैं।

प्रदेश के साथ उज्जैन संभाग में भी स्वसहायता समूहों ने अपनी मांगों को लेकर हडताल का रूख कर लिया है।बुधवार को इनकी हडताल का 9वां दिन था।देवास स्व सहायता समूह संगठन की जिला अध्यक्ष ज्योति अर्जुन बैरागी के अनुसार पिछले कई सालों से स्वसहायता समूह में रसोइये को मध्यान्ह भोजन के लिए मासिक 2 हजार रूपए दिए जा रहे हैं।आंगनवाडी के पोष्टिक आहार एवं भोजन के लिए मात्र 500 रूपए रसोइया को दिए जाते हैं। इतनी राशि में इन्हें बर्तन की सफाई भी करनी होती है।बाजार मीनू के हिसाब से गरम होता जा रहा है यानिकी हर खाघ सामग्र्री के दाम उंचे हो रहे हैं उसके बावजूद प्राथमिक स्कूल के बच्चों के लिए प्रतिदिन मात्र 5.45रूपए एवं माध्यमिक के बच्चों के लिए 8 रूपए दिए जाते हैं। इनमें वृद्धि को लेकर हमारी मांगे हैं इसी को लेकर हडताल की गई है।मीनू के मान से हर खाघ सामग्री महंगी हो गई है।सुश्री बैरागी ने दावा किया कि देवास जिला के 80 फीसदी स्कूल एवं आंगनवाडी हड़ताल से प्रभावित हैं।उनके बयान के विपरित महिला बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी रेलम बघेल ने जानकारी लेने पर बताया कि इक्का दुक्का स्थानों पर हड़ताल है ये समूहों की हड़ताल नहीं रसोईयों की हड़ताल है।इसलिए पोषण आहार से संबंधित कुछ भी प्रभावित नहीं हो पा रहा है।सूत्रों के अनुसार संभाग के उज्जैन जिला को छोड़कर आगर जिला एवं अन्य जिलों में भी समूहों एवं रसोईयों की हड़ताल से कुछ स्कूल एवं आंगनवाडी प्रभावित बताए जा रहे हैं जहां पर मध्यान्ह भोजन एवं पोषण आहार का वितरण नहीं हो पा रहा है।इस मामले में महिला एवं बाल विकास विभाग के संभागीय अधिकारी लक्ष्मीनारायण कंडवाल से संपर्क किए जाने पर उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसी किसी हड़ताल की जानकारी नहीं है।जिला अधिकारियों से जानकारी लेकर ही बता सकेंगे।देर शाम तक उनसे संपर्क का प्रयास कर संभाग के अन्य जिलों की जानकारी की अपेक्षा की गई लेकिन वे नो रिप्लाय ही रहे।

उज्जैन में मध्यान्ह भोजन भी मिला और पोषण आहार भी-

हड़ताल को लेकर देवास जिला अध्यक्ष का दावा कुछ भी रहा हो उज्जैन में इसका असर देखने में नहीं आया है। महिला बाल विकास के प्रभारी जिला अधिकारी साबिर एहमद सिद्दिकी ने बताया कि जिले में हमारी 2127 आंगनवाडी है।उज्जैन शहर में 375 आंगनवाडी है।पूरे जिला में स्कूलों के मध्यान्ह भोजन के स्व सहायता समूहों को ही आंगनवाडी के पोष्टिक आहार की जिम्मेदारी दी गई है।कहीं से भी हमारे पास पोष्टिक आहार न मिलने की जानकारी नहीं आई है।प्रतिमाह स्व सहायता समूहों को 10-15 तारीख के मध्य उनका पैसा डाल दिया जाता है।उज्जैन शहर में नगर निगम के माध्यम से स्वर्ण जयंती रोजगार योजना के स्व सहायता समूहों को पोषण आहार की जिम्मेदारी दी गई है।श्री सिद्दिकी की बात की पुष्टि के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के प्राथमिक एवं माध्यमिक विघालयों के शिक्षकों से जानकारी लेने पर सामने आया कि स्कूलों में मध्यान्ह भोजन वितरण नियमित है।स्व सहायता समूहों के कर्मचारी एवं रसोईया भी आए और उन्होंने पोषण आहार एवं मध्यान्ह भोजन भी बनाया  और बच्चों ने इसका सेवन भी किया है।

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