भोपाल में दलित-आदिवासी उत्पीड़न पर बसपा का शक्ति प्रदर्शन
मायावती के भतीजे के नेतृत्व में राजभवन घेरने निकले, पुलिस ने बैरिकेड लगाकर रास्ते में रोका
भोपाल। बहुजन समाज पार्टी ने भोपाल में बुधवार को शक्ति प्रदर्शन किया। पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद भी शामिल हुए। आकाश, उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के भतीजे हैं।
आकाश के नेतृत्व में बसपा कार्यकर्ता अंबेडकर मैदान से राजभवन की ओर रवाना हुए। पथरिया से विधायक रामबाई भी साथ रहीं। प्रदेश भर से कार्यकर्ता जुटे। बसपा कार्यकर्ता राजभवन घेरने के लिए रवाना हुए। पुलिस ने टीटी नगर टीनशेड के पास बैरिकेड लगाकर सभी को रोक लिया।
बसपा कार्यकर्ताओं ने यहां नारेबाजी की। इसके बाद राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर अपने प्रदर्शन को खत्म किया।
दलित – आदिवासियों की सुनवाई नहीं हो रही
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल ने कहा, ‘आज विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर आदिवासी वर्ग और दूसरे पीड़ित शोषित वर्गों के साथ अन्याय व अत्याचार के खिलाफ प्रदर्शन रहा। मध्यप्रदेश में भाजपा का शासन लगातार 18 साल से है। आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों पर बेतहाशा अन्याय और अत्याचार हो रहा है। उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।’
इंदौर में विश्व आदिवासी दिवस पर निकली महारैली
उज्जैन सहित प्रदेश भर में हुए आयोजन
इंदौर, उज्जैन सहित प्रदेश भर में आदिवासी समुदाय ने बुधवार 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाया। इसी के तहत सुबह शहर के लालबाग के सामने बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग इकट्टा हुए और महारैली के रूप में राजीव गांधी प्रतिमा चौराहे के लिए रवाना हुए। इस रैली में मणिपुर घटना, सीधी की घटना और आदिवासी अत्याचार विरोध में आदिवासी समाज के लोग पोस्टर लेकर चले। इन पोस्टरों तख्तियों और बैनर पर आदिवासियों पर हुए अत्याचारों के विरोध में नारे लिखे हुए थे। इसके साथ ही जमकर नारे भी लगाए गए। आदिवासी दिवस पर निकली यह महारैली समुदाय पर हो रहे अत्याचार को लेकर विरोध रैली के रूप में परिवर्तित हो गई। इसके साथ ही मणिपुर की घटना के दोषियों को फांसी देने के नारे भी लगाए गए।