ब्रह्मास्त्र विशेष : गंदगी तो इस हाफिज के दिमाग में भरी है…

@ योगेंद्र जोशी

इंदौर में बुधवार को एक वीडियो सामने आया, तो वाकई सभी भौंचक्क रह गए। अपने आपको मौलवी कहे जाने वाले हाफिज ने आम लोगों की भीड़ इकट्ठा कर ली और उन्हें भड़काने लगा। वायरल हुए वीडियो में हाफिज कह रहा है कि अब चंदन नगर में तमाशा नहीं होने देंगे। बहन बेटियों को अब सुबह कचरा नहीं उठाने देंगे। उनसे हम कहेंगे कि हम पैसा भरते हैं महीने का। 60 रुपये और मुंह पर मारेंगे कि कचरे की डाली उठाकर तू ही डालेगा। हमारी बहन बेटियां कचरा नहीं डालेंगी। हमारी भाभी, बहनें, मां- बेटियां कचरा डालते हैं तो उनकी कमीज ऊंची हो जाती है। उनका पेट नजर आता है। यह गंदी नजर से घूर कर देखते हैं। कुछ ऐसे आपत्तिजनक शब्द भी कहे हैं जिन्हें यहां लिखा नहीं जा सकता। दरअसल, गंदगी सफाई मित्रों की नजरों में नहीं, बल्कि उस हाफिज जैसे गंदी सोच वाले के दिमाग में है। आज तक किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि जिन सफाई मित्रों के कारण इंदौर लगातार छह बार से नंबर वन आ रहा है, जिन सफाई मित्रों की कर्मठता के कारण इंदौर का सिर गर्व से हर साल ऊंचा हो जाता है। उनके लिए इस तरह के गंदे विचार। जिन गंदे लफ्जों में उस हाफिज ने यह बातें कही है। उसके दिमाग में गंदगी के साथ-साथ फितूर भी है। उसका मकसद कहीं लोगों को भड़का कर शांत फिजा को बिगड़ना तो नहीं था? जिस ढंग से उसने यह सब बातें कही हैं,वह बेहद निंदनीय है। हालांकि, सफाई मित्रों की आपत्ति के बाद पुलिस ने उक्त हाफिज पर अपराधिक प्रकरण दर्ज कर लिया है, लेकिन वास्तव में यह एक ऐसा गुनाह है, जिसे माफी नहीं दी जा सकती। महापौर पुष्यमित्र भार्गव वाकई बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने यह वीडियो सामने आते ही तुरंत न सिर्फ कड़े शब्दों में निंदा की, बल्कि स्पष्ट रूप से कहा भी कि इस तरह का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्वच्छता मित्रों के साथ किसी भी प्रकार की बदतमीजी दुर्व्यवहार और एट्रोसिटी इंदौर का कोई भी नागरिक सहन नहीं करेगा। इंदौर सफाई मित्रों की लगन और मेहनत के बल पर ही नंबर वन आता रहा है और आ रहा है। सड़क पर जब भी कोई बड़ा जलसा होता है, तो रातों-रात सड़क का कचरा यही सफाई मित्र साफ करते हैं। सुबह सड़कें चमचमाती नजर आती हैं। बहरहाल, अब जरूरी है कि नापाक सोच वाले ऐसे कथित हाफिज पर कड़ी से कड़ी एक्शन ली जाए। यदि उसका मकान है तो वह टूटना चाहिए। यह भी पता लगाया जाना चाहिए कि कहीं इसके तार किसी ऐसे संगठन से तो नहीं जुड़े हुए हैं, जो कौमी एकता को बिगाड़ने की साजिश रचता हो। ऐसा इसलिए भी जरूरी है ताकि फिर कभी कोई और अपने दिमाग की गंदगी इस गंदे तरीके से न उड़ेले।

Author: Dainik Awantika