परमात्मा के ध्यान से अज्ञानता दूर होती है – ज्ञानानंदजी महाराज
मन्दसौर । तत्व ज्ञान के बाद ही व्यक्ति जन्म मृत्यु के बंधन से मुक्त हो पाता हैं। परमात्मा के ध्यान से समस्त प्रकार का अज्ञान दूर होता है। उक्त उद्गार संतश्री ज्ञानानंदजी महाराज ने केशव सत्संग भवन में धर्मसभा में कहे। आपने कहा कि परमात्मा एक ही है उनके रूप अनेक है। हम परमात्मा की ही पूजा करते है बस सब अपने अपने स्वरूप में उनको मानते है और उनकी पूजा करते है। सबके आधार परमात्मा ही होते है। यह संसार प्रभु इच्छा से ही चलता है। आपने कहा कि आज हर व्यक्ति शांति की तलाश में है लेकिन शांति नहीं मिल पाती क्योंकि हर व्यक्ति का मन व्याकुल होता है इधर उधर भटकता है। इसलिए मन को स्थिर करके प्रभु भक्ति से ज्ञान प्राप्त करके शांति को प्राप्त किया जा सकता है।