गंगोत्री से 1500 किलोमीटर अनवरत दौड़ते हुए 7 दिन में पहुंचेंगे
इंदौर । सावन के महीने में भगवान शिव की आराधना का विशेष फल भक्तों को मिलता है। इसमें कावड़ से जलाभिषेक के लिए भी अलग-अलग शिव मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का तांता लगता है। इंदौर के पूर्वी क्षेत्र से विशेष डाक कावड़ निकाली जाती है। इस बार गंगोत्री से गंगा का जल लेकर इंदौर के राम रामेश्वर महादेव स्कीम नंबर में अभिषेक किया जाएगा। इसमें कावड़िए दौड़ते हुए 7 दिन में 1500 किलोमीटर का सफर रात दिन बिना रुके तय करेंगे।
पूर्वी क्षेत्र के अरण्यधाम संत आश्रम में बावड़ी वाले हनुमान मंदिर से अनोखी नान स्टॉप डाक कावड़ निकाली जाती है। आश्रम के अधिष्ठाता महंत रामजी बाबा और सीता राम भक्त मंडल के कमलेश्वर सिंह सिसोदिया ने बताया कि विगत नौ वर्षों से यह कावड़ यात्रा निकाली जा रही है। इस बार गंगोत्री से इंदौर भक्त दौड़ते हुए डाक कावड़ लाएंगे। इंदौर से 14 अगस्त को कार, मेटाडोर अन्य साधनों से डेढ़ सौ से ज्यादा कावड़िए रवाना होंगे जो 18 अगस्त को गंगोत्री पहुंच जाएंगे। 19 अगस्त को अभिजीत मुहूर्त में पूजन के पश्चात डाक कावड़ शुरू की जाएगी जो अनवरत दौड़ते हुए 27 अगस्त को इंदौर पहुंचेगी।
पहली बार 2015 में निकली डाक कावड़ यात्रा : रामजी बाबा ने बताया कि वर्ष 2015 में डाक कावड़ निकालने की शुरूआत आश्रम से की थी। शुरूआत के पांच वर्षों में ओंकारेश्वर से उज्जैन महाकाल मंदिर दौड़ते हुए कावड़िया पहुंचे थे। इसके बाद ओंकारेश्वर से 78 स्कीम इंदौर राम रामेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया गया और 2022 में अमरकंटक से इंदौर राम रामेश्वर महादेव का जलाभिषेक 800 किलोमीटर की दूरी तय कर किया गया था।