महाकाल में आज शुरू हुआ उमा-सांझी उत्सव, सुबह मुहूर्त में घट स्थापना की 

 सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे, केवल उमा की रंगोली व झांकी सजेगी

ब्रह्मास्त्र उज्जैन। महाकाल मंदिर में आज शनिवार को उमा-सांझी उत्सव शुरू हो गया। सुबह मुहूर्त में घट स्थापना की गई। इस बार भी यह कोरोना की गाइड लाइन के अनुसार मनाया जा रहा है। मंदिर परिसर में सांस्कृतिक उत्सव नहीं किए जाएंगे। केवल पारंपरिक आयोजन कर ही यह उत्सव मनाया जाएगा।

महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया – प्रतिवर्ष अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी से अश्विन शुक्ल की द्वितीया तक यह उत्सव मनया जाता है। इस दौरान मंदिर में लोक परंपरा अनुसार उमा-सांझी का पूजन होगा। समिति द्वारा 2 से 7 अक्टूबर तक उमा-सांझी उत्सव  मनाया जाएगा कोविड-19 के तहत सांस्कृतिक कार्यक्रम व प्रतियोगिताएं आदि के आयोजन नहीं किए जाएंगे। केवल मंदिर परिसर में उमा की रंगोली व झांकी सजाई जाएगी।

सुबह 8.30 बजे सभामंडप में घट स्थापना व पूजन किया गया – शनिवार को प्रात: 8:30 बजे घट स्थापना व परंपरागत पूजन- अर्चन कर उत्सव प्रारंभ किया गया। शाम को संध्या आरती के पश्चात चारों वेदों के ब्राम्हणों द्वारा वसंत पूजा वेद पाठ किया जाएगा। प्रतिदिन सभामंडप में मंदिर के पुजारी, पुरोहित द्वारा श्री अन्न‍पूर्णा मंदिर के पास रखे प्राचीन पत्थर पर रंगोली से संझा बनाई जाएगी।

6 अक्टूबर को अमावस्या पर मंडली द्वारा उमा का जागरण किया जाएगा – 6 अक्टूबर को अमावस्या‍ के दिन परंपरागत रूप से हर वर्ष की तरह मंडली द्वारा रात्रि जागरण किया जाएगा। अगले दिन उमा माता की सवारी निकलेगी। सवारी में पालकी रहेगी जिसमें उमा की प्रतिमा विराजित कर निकाली जाएगी।