अधिकमास 16 अगस्त तक, रोज कर सकते हैं खरीदी   

 

– नए वस्त्र, आभूषणमकानवाहन से लेकर इलेक्ट्रॉनिक आइटम की खरीदारी इस महीने में करना शुभ

 

दैनिक अवंतिका उज्जैन।

भगवान श्री विष्णु का प्रिय अधिकमास 16 अगस्त तक रहेगा। इस दौरान लोग बाजार से खरीदारी कर सकते हैं। अधिकमास में नए वस्त्र, आभूषण, मकान, वाहन से लेकर इलेक्ट्रॉनिक आयटम की खरीदी शुभ है।

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. अमर डब्बावाला ने बताया कि हर 3 साल में एक बार आने वाले अतिरिक्त महीने को अधिकमास कहते हैं। जो आमतौर पर 32 महीने और 16 दिन के बाद आता है। देश में इसे अलग-अलग जगहों पर अधिकमास, मलमास, पुरुषोत्तम मास आदि के नामों से जाना जाता है। इस बार श्रावण का अधिकमास है। जो कि 17 जुलाई से शुरू हुआ और 16 अगस्त तक चलेगा। श्रावण के महीने में आना वाला अधिकमास समस्त कामों में समृद्धि बढ़ाने वाला होता है।

जाने अधिकमास में क्या 

करना है और क्या नहीं

– अधिकमास को लेकर शास्त्रों में स्पष्ट है कि फल प्राप्ति की कामना से किए जाने वाले प्रायः सभी काम वर्जित हैं तथा फल की आशा से रहित होकर करने के लिए सब काम किए जा सकते हैं।

– इसलिए बाजार से खरीदी की जा सकती है। जिसमें नया वस्त्र खरीदना एवं धारण करना, आभूषण क्रय, फ्लैट, मकान, टीवी, फ्रिज, कूलर, एसी, नया वाहन और नित्य उपयोग की वस्तुओं को खरीदना शुभ है।

– क्योंकि प्रथम बार उपयोग करने के लिए ली जाने वाली चीज को लेकर कोई मनाही नहीं है।

– इस माह में कोई प्राण-प्रतिष्ठा, स्थापना, विवाह, मुंडन, नववधू गृह प्रवेश, यज्ञोपवित, नामकरण, अष्टका श्राद्ध आदि जैसे संस्कार आदि नहीं किए जा सकते हैं।

3 साल में एक बार ऐसे आ 

जाता है यह खास अधिकमास
हिंदू पंचांग चंद्रमा पर आधारित होता है। एक सूर्य का वर्ष 365 दिन और 6 घंटे का बताया गया है, जबकि चंद्रमा का एक वर्ष 354.36 दिन में पूरा हो जाता है। लगभग हर तीन साल (32 माह, 16 दिन, 4 घटी) के बाद चंद्रमा के यह दिन लगभग एक माह के बराबर हो जाते हैं। इसलिए, ज्योतिषीय गणना को सही रखने के लिए हर 3 साल के बाद चंद्र मास में एक अतिरिक्त माह जोड़ दिया गया है। इसे ही धर्म व शास्त्र में अधिकमास कहा जाता है। अधिकमास के पीछे पूरा वैज्ञानिक दृष्टिकोण भी है। यदि केवल चंद्र मास का ही व्यवहार होता तब व्रत पर्व निश्चित समय में न होकर पूरे वर्ष में भ्रमण करते।

 

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