इंदौर में बंटी-बबली ने व्यापारियों से 6 साल मे 3 करोड़ से ज्यादा की ठगी की

 

इंदौर। व्यापारियों के साथ ठगी मामले में गिरफ्तार पति-पत्नी से पूछताछ की जा रही है। दोनों के खिलाफ दस लाख रुपए की ठगी की शिकायत हुई थी लेकिन दोनों के पकड़ाने के बाद चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। बंटी-बबली की तर्ज पर काम करने वाले पति-पत्नी ने करीब 25-30 व्यापारियों को झांसे में लिया है और ठगी गई राशि 3 करोड़ रुपए तक पहुंचने की बात कही जा रही है। पूछताछ में ठगी की बात आरोपियों ने स्वीकार की है।

ऐसे बनाते थे व्यापारियों को शिकार

आरोपी विनोद राय निवासी नेस्ट टाउनशिप पत्नी सुमन के साथ करीब 7-8 साल पहले इंदौर आया है। कोविड के पहले से वे चोइथराम सब्जी मंडी में आलू-प्याज का व्यापार कर रहा है। विनोद चोइथराम मंडी के व्यापारियों से माल लेता था, जिसमें प्याज और लहसुन सहित अन्य अनाज शामिल है। विनोद ने व्यापारियों को भरोसे में लिया और लाखों रुपए का उनसे उधार माल खरीदा। पहले वो भुगतान करता रहा लेकिन बाद में गुडविल के आधार पर व्यापारियों से उधारी में माल लेने लगा। व्यापारियों ने भी उस पर भरोसा कर लिया लेकिन आरोपी ने व्यापारियों के रुपए नहीं लौटाए। आरोपी व्यापारियों को झांसे में लेकर चेक देता था।
बाद में चेक बाउंस होने लगे। फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के तहत सामान भारत से आसानी से नेपाल जा सकता है। इसी का फायदा उठाते हुए बड़ी मात्रा में माल चोइथराम मंडी से नेपाल भेजा गया। व्यापारियों ने पता किया तो जानकारी मिली की आरोपी नेपाल का निवासी है। व्यापारियों को ये भी आशंका थी कि आरोपी अगर नेपाल भाग जाएगा तो उनका पैसा भी डूब जाएगा। 3 करोड़ रुपए से अधिक की ठगी आरोपियों ने की है।

ठगी के रुपयों का पता लगाने में जुटी पुलिस

ठगी के करोड़ों रुपयों का आरोपी पति-पत्नी ने क्या किया इसका पता पुलिस लगाने में जुटी है। राय दंपति की संपत्ति की जानकारी भी निकाली जा रही है। नेपाल में भी संपत्ति खरीदने की बात व्यापारियों ने पुलिस को बताई है। इंदौर में भी महंगा फ्लैट विनोद और सुनीता ने खरीदा है।

पहले बताया नेपाल का, निकला बिहार के छपरा का

शुरुआती पूछताछ में आरोपी ने खुद को काठमांडू का रहने वाला बताया है लेकिन पुलिस को जांच में पता चला है कि वो बिहार के छपरा का निवासी है। नेपाल की नागरिकता की बात भी कही जा रही थी लेकिन ये साफ हो गया है कि दोनों के पास भारत की ही नागरिकता है। आरोपी ने खुद को नेपाल का निवासी बताकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश क्यों की ये भी पुलिस के लिए फिलहाल सवाल बना हुआ है।