पुत्र को धर्म के लिए समर्पित करने वाली ही सच्ची माता
इंदौर । देश की सच्ची माता वह होती है जो अपने पुत्र को छिपा कर नहीं रखती अपितु वह देश तथा धर्म के कल्याण के लिए समर्पित कर देती है। विधाता ने मृत्यु तो सभी की लिखी हैं लेकिन जो युवक अपने देश के लिए प्राण न्यौछावर करते हैं वह युगों-युगों तक अमर हो जाते हैं। राष्ट्र सेवा सबसे ऊपर है।
यह बात सुखलिया स्थित सुखेश्वर महादेव मंदिर में भागवताचार्य हर्षिता शास्त्री ने कही। वे शिव महापुराण कथा में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कथा में भगवान शिव की लीलाओं का वर्णन कर सभी को भाव-विभोर कर दिया। कथा में गणेश, कार्तिकेय के जन्म की कथा प्रसंग सुनाया गया। कथा के दौरान भजन गायकों ने मनोहारी भजनों की प्रस्तुति देकर सभी मातृशक्तियों को खूब थिरकाया।
शिव महापुराण कथा महोत्सव समिति आयोजक सुरजीतसिंह-जसप्रीत वालिया एवं ठाकुर बृजकिशोर सिंह-हेमलता राजावत ने बताया कि सुखलिया स्थित भारत माता मंदिर परिसर में शिव महापुराण कथा प्रतिदिन 3 से 6 बजे तक आयोजित की जा रही है। कथा शुभारंभ के पूर्व व्यासपीठ का पूजन उत्तमसिंह वालिया, अन्नू जादौन, एसपी जायसवाल, अन्नू जादौन, प्रदीप द्विवेदी, पवन राजौरिया, नीलेश जायसवाल, जितेंद्र राठौर ने किया। शिव महापुराण कथा के साथ ही मातृशक्तियों द्वारा पार्थिव शिवलिंग निर्माण भी किए जा रहा है जिसका विद्वान पंड़ितों के सान्निध्य में अभिषेक-पूजन का क्रम जारी है।