चार राज्यों के विधायक करेंगे मप्र के भाजपा प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला
गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और बिहार से आएंगे 230 विधायक, प्रशिक्षण लेकर सभी विधानसभा क्षेत्र में करेंगे मैदानी आकलन, इनकी रिपोर्ट का खासा महत्व
भोपाल। मध्य प्रदेश में भाजपा प्रत्याशी कौन होगा और कौन नहीं..?इसका फैसला 4 राज्यों से आने वाले 230 विधायक करेंगे। इन विधायकों की रिपोर्ट मौजूदा भाजपा विधायक और जिन विधानसभा क्षेत्र में दावेदार हैं, उनके भाग्य का फैसला कर देंगे, क्योंकि इनकी रिपोर्ट खासा महत्व रखेगी।
मध्य प्रदेश में नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा ने मैदानी जानकारी जुटाने के लिए गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और बिहार के 230 विधायकों की ड्यूटी लगाई है।
पहले प्रशिक्षण देंगे, फिर विधानसभा क्षेत्रों में भेजेंगे
ये सभी 18 अगस्त यानी शुक्रवार को भोपाल पहुंचेंगे। यहां इन्हें शनिवार को प्रशिक्षण देकर विधानसभा क्षेत्रों में भेजा जाएगा। प्रदेश भाजपा पदाधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय संगठन ने विधानसभावार विधायकों की ड्यूटी लगाई है। इन्हें आवंटित विधानसभा क्षेत्र में पार्टी की मैदानी स्थिति का आकलन करना है और संभावित दावेदारों को लेकर संगठन को रिपोर्ट देंगे।
क्या करना है?
प्रशिक्षण कार्यक्रम में इन्हें बताया जाएगा कि क्षेत्र के प्रवास के दौरान क्या-क्या करना है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में पार्टी राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा विष्णुदत्त शर्मा सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे।
टिकट को लेकर बनेगी गाइडलाइन
उधर, मप्र विधानसभा चुनाव को लेकर बुधवार को दिल्ली में बैठक हुई। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा शामिल हुए। पार्टी नेताओं के अनुसार केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक थी, जो पहली बार चुनाव से पहले हुई है। इसमें प्रारंभिक तौर पर चुनावी तैयारियों का लेखा-जोखा लिया गया। टिकट के क्राइटेरिया को लेकर भी गंभीरता से चर्चा हुई। इसमें किसे टिकट देना है, परिवारवाद और वंशवाद जैसे मुद्दे पर कठोरता से गाइडलाइन बनाने की बात कही गई।