निकले थे धर्म के सुकून के लिए,मिली बैचेनी,बेईमानी और लाचारी उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं को होना पड़ रहा है परेशानियों से दो-चार

पार्किंग में ठगी,नदी नहाने जाएं तो कपडे चोरी,मंदिर के दर्शन में ठगी का शिकार,परिवहन के साधन -होटलों में मनमानी वसूली

उज्जैन । महाकाल लोक की स्थापना के बाद से देश भर से श्री महाकालेश्वर मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बूम आया है।अकेले श्रावण मास में 1.20 करोड़ श्रद्धालू महाकाल पहुंचे हैं।धर्म के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं को यहां आकर व्यवस्थाओं से दो-चार होना पड़ रहा है।इसी के चलते उन्हें बैचेनी ,बेईमानी और लाचारी का शिकार होना पड़ रहा है।प्रतिदिन ऐसे मामले बराबर सामने आ रहे हैं।

धर्म का सुकुन लेने आने वालों को रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर उतरने के बाद से ही व्यवस्थाओं से दो –चार होना पड़ता है।उनकी मदद के लिए न तो रेलवे स्टेशन पर और न ही बस्‍ स्टैंड़ पर कोई काउंटर ही अन्य पर्यटन केंद्रो की तरह यहां लगाए गए हैं। न ही श्रद्धालु पर्यटकों के लिए कोई विशेष नंबर ही व्यवस्थाओं की जानकारी के लिए जारी किया गया है।ऐसे में श्रद्धालुओं के साथ लोक परिवहन के साधनों एवं पार्किंग से ही ठगी की शुरूआत हो रही है। इसके कई मामले सामने आ रहे हैं जिसमें निर्धारित शुल्क से अधिक मनमाना लिया जा रहा है।श्रद्धालुओं के लिए श्री महाकालेश्वर मंदिर ने टोल फ्री नंबर जारी किया है लेकिन जानकारी और प्रचार प्रसार के अभाव में मंदिर के दर्शन एवं अन्य व्यवस्थाओं को लेकर बराबर देश भर के श्रद्धालुओं के साथ ठगी हो रही है।
हालिया मामला पूर्ण के श्रद्धालु विश्वजीत गोहिल के साथ हुआ है।पूर्व में ऐसे मामलों में मंदिर समिति ने महाकाल थाना पुलिस को प्रकरण दर्ज करवाए हैं।क्षेत्र की होटलों में बुकिंग को लेकर श्रद्धालुओं के साथ गडबड की जा रही है।शनिवार,रविवार,सोमवार को सामान्य कमरे तीन-तीन हजार रूपए लेकर दिए जा रहे हैं जबकि वेब साईट और आन लाईन बुकिंग में उनका किराया कुछ और दर्शया गया है।शिप्रा तट पर स्नान करना श्रद्धालुओं के लिए खतरे से खाली नहीं है आए दिन नदी में हादसे हो रहे हैं श्रद्धालू हादसे से बच जाए तो उसके सामान चोरी होने में देर नहीं लग रही हैं। मंदिर समिति शुद्ध देशी घी के लड्डू 400 रूपए किलो में बेच रही है। इसके विरूद्ध प्रसाद के नाम पर क्षेत्र में 6 सौ रूपए किलो के वनस्पति घी के लड्डू बेचे जा रहे हैं ।मिलते जुलते नाम के बाक्स भी इसके लिए कुछ लोगों ने तैयार कर लिए हैं।

हेल्प डेस्क लगाए जाएं

शहर के वरिष्ठजनों का मानना है कि अब उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रेल्वे स्टेशन के साथ ही अन्य सार्वजनिक स्थानों पर हेल्प डेस्क की स्थापना नगर निगम एवं जिला प्रशासन के साथ ही श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के समन्वय से लगाई जाना चाहिए।शिप्रा नदी पर होने वाले हादसों को रोकने के लिए वहां हरिद्वार हर की पौढी जैसी व्यवस्थाओं को तत्काल ही अंजाम देना चाहिए। शहर में लोक परिवहन,पार्किंग,होटल,प्रसाद जैसे अन्य मामलों के लिए सिटी मजिस्ट्रेट के साथ एक टीम की तैनाती कर उनके जिम्मे सतत जांच एवं आने वाले श्रद्धालुओं से फिड बैक लेने का कार्य करवाना चाहिए ।
यहीं नहीं किसी घटना का शिकार होने वाले श्रद्धालुओं के प्रति पूरी संवेदनशीलता रखते हुए मंदिर समिति को उनके हर तरह के सहयोग के लिए आगे आना चाहिए।हमने बजट में प्रावधान कर लिया है चार स्थानों पर श्रद्धालुओं,यात्रियों की सहायता के लिए हम जल्द ही बूथ लगाने वाले हैं।बस स्टैंड,रेलवे स्टेशन,श्री महाकाल मंदिर,काल भैरव पर ये काउंटर लगाए जाएंगे।सहायता केंद्रो के प्रारंभ होने पर हेल्प लाईन नंबर ,टोल फ्री नंबर जारी किए जाएंगे।हमारा आई टी विभाग और भी तरीके से श्रद्धालुओं की मदद के लिए नवीन व्यवस्थाओं को अंजाम देने में लगा है जल्द ही इसके परिणाम सामने होंगे।

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