सारंगपुर रिमझिम वर्षा के कारण उमस से मिली राहत मानसून के 79 दिन गुजरे, पिछले साल से 14.34 इंच कम वर्षा हुई
सारंगपुर । मानसून सीजन के 122 दिन में से 79 दिन गुजर चुके हैं लेकिन पिछले वर्ष की अपेक्षा अब तक आधी वर्षा भी नहीं हुई। सारंगपुर तहसील में अब तक 18.32 इंच औसत वर्षा हो चुकी है, जो पिछले साल से अब तक 14.34 इंच कम है। पिछले साल तहसील में अब तक कुल 32.66 इंच वर्षा हो चुकी थी। जबकि तहसील की सामान्य औसत वर्षा करीब 41.6 इंच ही है। अगस्त महीने में अब तक तेज वर्षा नहीं हुई। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई।
शुक्रवार को दोपहर ढाई बजे से सारंगपुर नगर सहित आसपास के क्षेत्रों में रिमझिम वर्षा का दौर कुछ देर चला और कई दिनों के मानसून ब्रेक के बाद रिमझिम वर्षा होने से लोगों को उमस और गर्मी से राहत मिली। मौसम विभाग के अनुसार गरज-चमक के साथ बौछार पड़ने की संभावना है। यानी अगस्त में भी अच्छी वर्षा की उम्मीद नहीं दिख रही। वर्षा नहीं होने से शहर की लाइफ लाइन मानी जाने वाली कालीसिंध नदी भी लबालब नहीं हुई। जानकारी के मुताबिक इस बार अल-नीनो के असर से तेज वर्षा नहीं हो पा रही है।
सारंगपुर तहसील में आधी भी नहीं दर्ज हुई वर्षा
प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अभी तक 458 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। गत वर्ष इसी अवधि में औसत वर्षा 816.6 मिलीमीटर थी। तहसील की वर्षा ऋतु में सामान्य औसत वर्षा 1040मिलीमीटर है। अधीक्षक भू-अभिलेख से प्राप्त जानकारी के अनुसार 01 जून से आज तक जिले के वषार्मापी केन्द्र जीरापुर में 649 मिलीमीटर, खिलचीपुर में 456.2 मिमी, राजगढ में 454.5 मिमी, ब्यावरा में 449 मिमी, नरसिंहगढ में 484 मिमी, सारंगपुर में 458 तथा पचोर में 602.1 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। पुरे जिले की अगर बाते करे तो जिले भर औसत वर्षा 1100.7 मिमी के मुकाबले में अब तक 506.8 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई है। ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एसके उपाध्याय ने बताया है कि इस समय सोयाबीन की फसल को वर्षा होने से काफी फायदा होगा। रिमझिम वर्षा होने से लोगों को भी गर्मी से हाथ मिल गई है। संभावना है कि 2 दिन बाद से काले घने बादल छा सकते हैं और वर्षा का दौर लगातार जारी रह सकता है।
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