खिलचीपुर भोले का मतलब जिसके अंदर छल नहीं जो सहज हो- मिश्रा

खिलचीपुर ।  कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने शिव महापुराण कथा वाचन करते समय भोले का बाबा करते हुए कहा कि मेरे शिव को मेरे भोलेनाथ को दिखावा धोखा और छल कपट पसंद नहीं है। शिव जी का एक नाम भोला है।भोला का मतलब जिसके अंदर छल नहीं जो सहजहै। सावन माह में शिव महापुराण सुनने या कराने का असर 3 माह में दिख जाएगा। सूखे में व्यवस्था करना बड़ा आसान होता है लेकिन सावन माह में यह कथा करणी बहुत ही कठिन होता है क्योंकि इन दिनों बारिश की समस्या रहती है । मां जालपा देवी के आशीर्वाद और तिवारी परिवार के साथ ही पूरे राजगढ़ के लोगों की मनोकामना को भगवान शिव ने सुना इसके बाद सावन में यह कथा आपके यहां हो रही है कहीं भी शिव महापुराण कथा का आयोजन हो वह भी सावन में तो वहां की पूरी जनता तर जाती है। काफी दिनों से राजगढ़ में बारिश नहीं हो रही थी लेकिन जैसे ही आशीष तिवारी गंगाजल का टैंकर हरिद्वार से राजगढमें लेकर आए कलश यात्रा के बाद से यहां गंगा मां चल कर आई और बारिश भी शुरू हो गई।
जिले के किसानों के मुरझाए चेहरोपर रोनकआ गई।

 

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