एक हजार करोड़ रुपये से विकसित होगी पीथमपुर की स्मार्ट औद्योगिक टाउनशिप
इंदौर । पीथमपुर में तैयार होने वाले सेक्टर 7 के औद्योगिक क्षेत्र में स्मार्ट औद्योगिक टाउनशिप भी विकसित की जाएगी। इस प्रोजेक्ट के निर्माण के लिए को भारत सरकार के शहरी आवासन व शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा 15 वे वित्त आयोग के माध्यम से एक हजार करोड़ रुपये की राशि मिलने की संभावना है।
वित्त आयोग द्वारा परफार्मेंस बेस्ड चैलेज फंड फार इक्यूबेशन आफ न्यू सिटी योजना के तहत पीथमपुर की स्मार्ट औद्योगिक टाउनशिप व प्रदेश में जबलपुर के टेक्सटाइल व लाजिस्टिक क्लस्टर के प्रोजेक्ट को फंड उपलब्ध करवाने के लिए भेजा गया है। केंद्र सरकार द्वारा वाइब्लिटी गैप फंड के माध्यम से इन दोनों प्रोजेक्ट के लिए एक-एक हजार करोड़ रुपये की राशि मिलने की उम्मीद है।
इंदौर में स्मार्ट औद्योगिक टाउनशिप के प्रोजेक्ट के संबंध में भारतीय प्रशासनिक स्टाफ कालेज (एएससीआई) व शहरी प्रशासन, पर्यावरण, ऊर्जा और बुनियादी ढांचा विकास केंद्र के निदेशक वी श्रीनिवास चारी व रिसर्च कंसल्टेंट ने पिछले दिनों पीथपुर सेक्टर-7 का निरीक्षण किया। इस प्रोजेक्ट में जिन लोगों की जमीन आ रही है उन किसानों से चर्चा की और इस प्रोजेक्ट का निर्माण करने वाली एजेंसियों से भी चर्चा की।
एक मल्टी में 45 फ्लैट निर्माण की योजना
इस निरीक्षण के बाद यह संभावना जताई जा रही है कि पीथमपुर के स्मार्ट औद्योगिक टाउनशिप को जल्द ही एक हजार करोड़ की राशि विकास कार्य के लिए मंजूर हो जाएगी। स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप के तय 700 एकड़ जमीन पर 16 आवासीय मल्टियों का निर्माण होना हैं। एक मल्टी में 45 फ्लैट के निर्माण की योजना है। इस तरह इस टाउनशिप में करीब एक लाख लोगों के रहने के लिए आवासीय इकाइयां विकसित किए जाने की योजना है।
ऐसे में सेक्टर-7 में स्मार्ट इंडस्ट्रीयल टाउनशिप के साथ यहां पर फायर ब्रिगेड आॅफिस, बस स्टाप, सायकिल लेन, बैंक और अन्य आॅफिस भी बनाए जाएगे। इसके अलावा यहां पर सोलर पैनल लगाकर सौर ऊर्जा से बिजली भी तैयार की जाएगी। यहां की स्ट्रीट लाइट को सौर ऊर्जा से रोशन करने की योजना है। सेक्टर-7 के विकास पर करीब 2 हजार करोड़ रुपये खर्च होना है। ऐसे में इस प्रोजेक्ट के लिए एक हजार करोड़ रुपये की राशि केंद्र सरकार से मिल सकेगी।
तीन साल में प्रोजेक्ट को पूरा करने का है लक्ष्य
पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र के सेक्टर 7 के एजेंसी तय हो गई और विकास प्रारंभ हो गया हैं। एजेंसी को तीन साल में इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के निर्देश दिए है। यहां बनने वाले स्मार्ट औद्योगिक टाउनशिप में 20 हजार प्लाट व 16 मल्टी के निर्माण के प्लाट निर्धारित है। इस तरह यहां पर करीब एक लाख लोगों के रहने की व्यवस्था होगी।- प्रत्तुल सिन्हा, कार्यकारी संचालक, मप्र औद्योगिक विकास निगमसेक्टर-7 के विकास पर खर्च होना है 2 हजार करोड़ रुपये
पीथमपुर के सेक्टर-7 में अवाडा, एशियन पेंट्स व टीवीएस लाजिस्टिक कंपनियां निवेश कर रही है। मप्र औद्योगिक विकास निगम द्वारा पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र सेक्टर 7 प्रोजेक्ट में 2186 हेक्टेयर में से विकास योजना है। 803 हेक्टेयर पर औद्योगिक इकाईयां के लिए निर्माण किया जाना है। पीथमपुर क्षेत्र में यह पहला सेक्टर होगा जहां पर स्मार्ट इंडस्ट्रीयल टाउनशिप बनाई जाएगी। यहां पर 574 एकड़ जमीन पर यह टाउनशिप विकसित की जाना है। इसमें 20 हजार प्लाट व 16 मल्टीस्टोरी बिल्डिंग बनाई जाना है। ऐसे में यहां पर करीब एक लाख लोगों के आवास की व्यवस्था है। ऐसे में उद्योगों में काम करने वाले लोगों को यहां पर रहने की सुविधा मिलेगी। गौरतलब है कि अभी तक पीथमपुर क्षेत्र में बने कुल छह सेक्टर में सिर्फ व्यवसायिक इकाइयों को जगह दी गई है। वहां पर रहवासी क्षेत्र विकसित नहीं किया है।