उज्जैन में सर्विस रोड़ बनी अघोषित पार्किंग,ट्राफिक का पुरा अमला पुराने शहर की व्यवस्था में यातायात पुलिस का पुरा समय पूराना शहर के प्रबंधन में,एक तिहाई बल के आधार पर चल रहा काम
उज्जैन । श्री महाकाल लोक बनने के बाद शहर की यातायात व्यवस्था बदहाल होकर रह गई है।पुराने शहर के कोतवाली अनुभाग में ऐसा एक भी चौराहा नहीं जहां सुगमता से वाहन निकल जाए।अन्यानेक कारणों से ऐसा हो हुआ है। इसके इतर उज्जैन के नए शहर में सर्विस रोड़ अघोषित तौर पर पार्किंग बन कर रह गए हैं।अभी तो यातायात पुलिस का पुरा समय पूराना शहर के प्रबंधन में जाया हो रहा है,स्वीकृत से एक तिहाई बल के आधार पर यातायात पुलिस अपना काम जैसे तैसे जुगाड़ से चला रही है।नए शहर में यातायात पुलिस जरूरत होने पर ही पहुंच रही है।
अक्टूबर 2022 से शहर में पर्यटकों की संख्या में बराबर इजाफा दर्ज किया जा रहा है। यह इजाफा महाकाल मंदिर में स्मार्ट सिटी द्वारा लगाई गई हेड काउंट डिवाइस के माध्यम से बराबर सामने आ रहा है।पुराने शहर का महाकाल क्षेत्र यानिकी देवास गेट बस स्टैंड से लेकर रेलवे स्टेशन हरिफाटक ब्रिज गधा पुलिया और तेलीवाड़ा चौराहा से नदी तक के सभी मार्ग पर यातायात का दबाव दिन प्रति दिन बढता ही जा रहा है।सप्ताह के तीन दिन शनिवार ,रविवार और सोमवार को तो इन क्षेत्रों में यातायात रेंग रेंग कर चलता है।अधिकांश समय यहां के यातायात में वाहन आमने सामने ही होते रहते हैं।शहर में बराबर बढते जा रहे ई-रिक्शा के साथ ही पार्किंग की पर्याप्त सुव्यवस्था न होने के कारण यह समस्या बढती जा रही है।इन क्षेत्रों के निवासियों के लिए दिन बैचेनी भरा ही रहता है।यातायात में वाहनों की अधिकता जाम जैसे हालात बना देती है।इसके बाद वाहन संचालकों का अव्यवस्थित संचालन इस समस्या को और बढ़ा रहा है।देवासगेट बस स्टैंड से चलने वाली बसों का रूक रूक कर सवारी बैठाना,ई-रिक्शा की अधिकता से यहां रेंग झ्ररेंग कर ही यातायात चल रहा है।सिंहस्थ 2004 में मालीपुरा रोड का चौडीकरण होने के बावजूद यह मार्ग अब जाम ही रहता है।यह एक मात्र ऐसा मार्ग है जो सीधा महाकाल के लिए ही जाता है।इन हालातों के चलते क्षेत्र के रहवासियों की बैचेनी दिन प्रतिदिन बढती ही जा रही है। शहर का व्यापार तो चला है लेकिन इस क्षेत्र का व्यापार अब यातायात समस्या से प्रभावित होने लगा है।यहां तक की चामुंड़ा चौराहा पाईंट पर भी पिछले कुछ दिनों से मात्र संकेतक ही यातायात व्यवस्था का संचालन करते देखा जा सकता है।
नए शहर में नागरिकों के भरोसे यातायात-
हालत यह है कि फ्रीगंज ओवरब्रिज के दुसरी और घंटाघर ,माधवनगर,फ्रीगंज,नानाखेड़ा,कोठी पैलेस एवं नए शहर के अधिकांश हिस्से में यातायात का अमला अब यदा कदा ही किसी आंदोलन ,जलसा ,जुलूस के दौरान ही दिखाई देता है।नए शहर का यातायात देखा जाए तो पिछले कई दिनों से नागरिकों के भरोसे ही चल रहा है।नए शहर में देवास रोड के ऋषिनगर से डिवाइन वेली के हिस्से की सर्विस रोड़ के साथ ही इंदौर रोड़ की सर्विस रोड पार्किंग जोन बनकर रह गए हैं।सर्विस रोड से लगे होटलों के कारण भी यह समस्या हो रही है।इस पर भी यातायात पुलिस नियंत्रण करने में नाकामयाब हो रही है।
-शहर के सुव्यवस्थित यातायात संचालन के लिए 243का बल स्वीकृत है,इसके एवज में 80 से ही काम चल रहा है।पुराने शहर में अभी सावन और अधिकमास के कारण यातायात प्रबंधन में अमला लगाना पड़ रहा है पुरा अमला वहां के सुव्यवस्थित यातायात में लगाना पड़ रहा है।शहर के सुव्यवस्थित यातायात के लिए योजना तैयार है जल्द ही अमल में लाया जाएगा।यातायात संचालन के लिए पुलिस मित्रों का सहयोग भी लिया जा रहा है।
-संतोष कौल,डीएसपी यातायात,उज्जैन