मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना में इंदौर के 14,645 युवाओं को मिलेगा प्रशिक्षण
इंदौर । मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना के तहत इंदौर जिले में निजी क्षेत्र के 1833 प्रतिष्ठानों ने युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए अपना पंजीयन कराया है। इन प्रतिष्ठानों में 14 हजार 645 युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा सकेगा।
गौरतलब है कि अभी तक जिले के 15 हजार 809 युवाओं ने इस योजना के तहत प्रशिक्षण लेने के लिए अपना पंजीयन करवाया है। इंदौर की कंपनियों ने 2245 युवाओं के साथ अपने यहां शिक्षण-प्रशिक्षण देने के साथ स्टायफंड देने लिए अनुबंध भी किया है। गौरतलब है कि इस योजना के तहत चयनित युवाओं को 8 से 10 हजार रुपये तक का प्रतिमाह मानदेय देने का प्रविधान है।
प्रशिक्षण के पश्चात युवा आकर्षक वेतन पर निजी व शासकीय क्षेत्र के प्रतिष्ठानों में नौकरी प्राप्त कर सकेंगे। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना जहां एक ओर युवाओं के लिए तो लाभप्रद है ही दूसरी ओर निजी क्षेत्र के प्रतिष्ठानों के लिए भी लाभदायक है। मुख्यमंत्री की विशेष पहल पर लागू की गई मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना का इंदौर जिले में प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत अभी तक 1833 इकाईयों ने अपना पंजीयन कराया है।
इन इकाईयों द्वारा 14 हजार 645 युवाओं को विभिन्न ट्रेड के अंतर्गत प्रशिक्षित करने और उन्हें मानदेय देने के लिए अपनी वेकेन्सी दर्ज कराई है। इन वैकेंसी के विरुद्ध युवाओं के आवेदन करने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। जिले में अभी तक 15 हजार 809 युवाओं ने अपना पंजीयन करा लिया है। इच्छुक युवा मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना की अधिकृत वेबसाइट ६६६.े२‘८.ॅङ्म५.्रल्ल पर जाकर अपना पंजीयन करा सकते हैं।
इन योजना में पंजीयन के लिये आधार से समग्र आईडी का ई-केवाईसी सत्यापन होना आवश्यक है। इच्छुक युवा अपनी शैक्षणिक योग्यता के अनुसार, अपनी रूचि के कोर्स में प्रशिक्षण ले सकते हैं। युवा अपनी रूचि के कुल 30 कोर्स का आॅप्शन दे सकते हैं।
बताया गया कि इंदौर में प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में इलेक्ट्रिकल, कंस्ट्रक्शन, प्रोडक्शन एण्ड मैन्युफैक्चरिंग, आईटी-आईटीईएस, टूरिज्म एण्ड हॉस्पिटैलिटी, मैनेजमेंट एंड इंट्रेप्रेन्योशिप एण्ड प्रोफाइल, अपेरल मेड-अप्स एंड होम फर्निशिंग, फूड प्रोसेसिंग, आॅटोमोबाइल, लाइफ साइंस, आॅटोमोटिव, अपेरल, फेब्रिकेशन, बैंकिंग एण्ड फाइनेंस सर्विसेस एंड इंश्योरेंस, इलेक्ट्रॉनिक्स, टेक्सटाइल, आयरन एण्ड स्टील, लॉजिस्टिक, एग्रीकल्चर तथा हेल्थ केयर सेक्टर आदि शामिल है।