समाज में एकता की भावना का प्रसार करना हमारा कर्तव्य ही नही दायित्व भी है
राजगढ । म.प्र. जन अभियान परिषद द्वारा संचालित स्नेह यात्रा आज राजगढ जिले के विकासखंड जीरापुर के ग्राम मोहन से यात्रा प्रांरभ हुई। स्वामी समानंद गिरी महंत एवं प्रबंध न्यासी वेद सेवा मठ महेश्वर राज्य अतिथि के सानिध्य में स्नेह यात्रा निकाली जा रही है। सामाजिक समरसता और एकजुटता का अलख जगाने के लिये मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद सहित संस्कृति, जनसंपर्क, पतंजलि, गयत्री परिवार, हार्ट फूलनेस, आचार्य शंकर न्यास, नवांकुर संस्था आदि के सहयोग से प्रदेश भर में स्नेह यात्रा निकाली जा रही है। स्नेह यात्रा में ग्रामवासियों द्वारा बडे हर्षोउल्लास के संत स्वामी समानन्द गिरि महाराज का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया गया। विकासखंड जीरापुर अंतर्गत यात्रा प्रथम दिवस में यात्रा मोहन, झाडमउ, बांसखेडी, खांकरी, लक्ष्मणपुरा, बरमनखेडी, धतरावदा, टपरियाहेडी, नाईहेडा पहुंची।
मंहत स्वामी समानंद गिरि महाराज द्वारा ग्राम मोहन का भ्रमण संर्कीतन उपरांत आर्शीवचन के दौरान कहा कि एकता से हमेशा हमारा अस्तित्व क़ायम रहता है और विभाजन से हमारा पतन निश्चित होता है। समाज में एकता की भावना का प्रसार करना हमारा कर्तव्य ही नहीं दायित्व भी है। एकता में ही बल है और इससे देश का सुनहरा कल है। एक के लिए सब और सब के लिए एक जहां एकता है वहां हमेशा जीत होती है। मंहत स्वामी समानंद गिरि महाराज जी द्वारा ग्राम खाखंरी में प्रकाश, हवा, पानी किसी से भेदभाव नही करते, सबके लिए एक समान हैं तो फिर मानव क्यों वंचित वर्ग से भेदभाव करता है। परमात्मा ने सभी को एक जैसा बनाया है किसी से भेदभाव नही करना चाहिए। विभाजन की तुलना में एकता में अधिक शक्ति है। समाज के सभी वर्ग के लोग एकजुट होकर कंधे से कंधा मिलाकर देशहित में काम करेंगे तो यात्रा के संदेश की पूर्णता होगी। सभी देशों के प्रति अच्छी भावना और न्याय रखें, सभी के साथ शांति और सद्भाव स्थापित करें। अन्य ग्रामों आशीवर्चन देते हुऐ मंहत स्वामी समानंद गिरि जी महाराज द्वारा हनुमान जी की पूजा अर्चना करने को कहा और कहा कि ग्राम के सभी लोगो को हनुमान चालीसा का पाठ करने से बल, बुद्धि एवं यश की प्राप्ति होती है। इसी कारण सभी बच्चों को हनुमान चालीसा का प्रतिदिन पाठ करना चाहिए। उन्होंने रामचरित्र मानस, श्रीमद्भगवद्गीता एवं अन्य धार्मिक ग्रंथों के विषय में जानकारी देते हुए वर्तमान परिवेश में दैनिक दिनचर्या से जुड़ी समस्याओं के निराकरण हेतु वर्णित विभिन्न विषयों पर मार्गदर्शन प्रदान किया।
जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक प्रवीण सिंह पंवार ने बताया कि में स्नेह यात्रा के आगमन पर ग्रामवासियों द्वारा भव्य स्वागत किया जा रहा है, यात्रा में स्वामी जी द्वारा वंचित वर्ग में संकीर्तन, सतसंग, संतउदबोधन, सहभोज, गांव-गांव में खिचडी प्रसाद वितरण, रक्षासूत्र बंधन किया जा रहा है। स्वामी जी द्वारा समाज में समरसता का भाव जगाया जा रहा है। गांव की महिलाऐं अपने घरों में दीपक प्रज्वलित कर अपने आंगन एंव ग्राम के सत्संग स्थल पर में रंगोली बना रही है। साथ ही ग्राम में केसरिया ध्वज लगाई जा रही है। यात्रा के दौरान प्रत्येक ग्राम में माता-बहनो एंव बच्चियों के द्वारा कलश यात्रा निकाली जा रही है एवं संवाद कार्यक्रम आयोजित किये गये। जिसमें ग्राम के सभी वर्ग के लोग बढचढकर भाग ले रहे है। मंहत जी से आर्शीवचन प्राप्त कर अपने मानव जीवन को धन्य कर रहे है। ग्रामवासियों का कहना है कि ऐसे महान संत का सानिध्य प्राप्त होना हमारे लिये बडे सौभाग्य की बात है।
यात्रा दिवतीय सत्र में लक्ष्मणपुराट, बरमनखेडी, धतरावदा, टपरियाहेडी, नाईहेडा पहुंची। सभी ग्रामों में हरिनाम कीर्तन करते हुए ग्रामीणों ने पूरे गांव में पदयात्रा निकाली गई तथा स्थान-स्थान पर महाराज पर पुष्पवर्षा कर आदर सात्कार किया गया। आज संपूर्ण यात्रा में 2100 से अधिक लोगो ने सत्संग एंव संकीर्तन का लाभ लिया गया।
यात्रा में जिला समन्वयक पंवार, जीरापुर तहसीलदार गौड, विकासखंड समन्वयक बीरमसिंह परमार, संत त्योगी जी महाराज, हार्टफुलनेश से सुरेन्द्र सिंह व्यास, पंतजलि से महेश त्रिवेदी, अनार सिंह वर्मा, मानसिंह वर्मा, मोतीलाल लववंशी, महेश गुप्ता, बख्तावरसिंह राजपूत, नंवाकुर संस्था से विनोद शर्मा, पवन गुप्ता, विष्णु प्रसाद दांगी, इंदरसिंह चौहान एंव मेंटर्स से मनीष प्रजापति, दिलिप किरार, चंदरलाल वर्मा उपस्थित