घर घर पहुंच रही है स्‍नेह यात्रा, दे रही संदेश समरसता का

उज्जैन । स्नेह यात्रा के नवम दिन तथा विकासखंड तराना में द्वितीय दिवस में तराना महिदपुर चौराहे पर भव्य स्वागत के साथ यात्रा प्रारंभ हुई। इस अवसर पर संत श्रीपाद चित्तहरी कृष्ण प्रभु, श्रीपाद श्याम प्रभु, श्रीपाद कृष्ण कीर्तन प्रभु, श्रीपाद श्रीनिवास आचार्य प्रभु, श्रीपाद ओम प्रभु के सानिध्य में भजन कीर्तन एवं नगर भ्रमण करते हुए यात्रा तराना वार्ड नंबर 2 में पहुंची, जहां यात्रा का स्थानीय नागरिकों ने भव्य स्वागत किया एवं स्नेह सभा का आयोजन किया। सभा के बाद संत श्रीपाद चित्तहरी कृष्ण प्रभु को स्थानीय महिलाओं ने रक्षासूत्र बांधे।

इसके पश्चात यात्रा ने तराना वार्ड नंबर 3 में प्रवेश किया, जहां स्वागत स्थानीय लोगों ने बड़े हर्षोल्लास के साथ किया। संतों ने वार्ड का भ्रमण किया तथा सभा का आयोजन किया, जिसमें संतों ने गीता भेंट की एवं जन्माष्टमी पर सभी को इस्कॉन मंदिर आने हेतु आमंत्रण दिया।अगले क्रम में यात्रा ग्राम करंज पहुंची। शुरुआत में ही स्कूल के बच्चों ने यात्रा का फूलों वर्षा के साथ तिलक लगाकर स्वागत किया। इसके बाद सभा का आयोजन किया गया। सभा में संतों ने सभी को स्नेह से रहने का संदेश दिया। यहां पर प्रस्फुटन समिति की सदस्य महिलाओं ने संतों को रक्षा सूत्र बांधे।

अगले क्रम में यात्रा तराना वार्ड नंबर 10 में पहुंची जिसमें स्वागत के पश्चात सभा का आयोजन हुआ। आयोजन में तराना के वरिष्ठजनों एवं युवाओं ने संतों की वाणी का श्रवण किया।  सभी ने संतों का आभार व्यक्त किया एवं अगली बार आने का आग्रह संतों से किया।अगले क्रम में यात्रा ग्राम बिरगोद में पहुंची। यहां पंचायत की ओर से स्वागत हुआ एवं ग्रामीणजनों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सभी ने संतों की वाणी का श्रवण किया एवं यहां उपस्थित कन्याओं में संतो को रक्षा सूत्र बांधे।

इन सभी स्थलों पर सभा का आयोजन कर यात्रा ग्राम रायपुरा पहुंची, जहां वृहद संवाद एवं यात्रा विश्राम था। रायपुर के आमजनों ने यात्रा का धूमधाम से स्वागत किया तथा संवाद स्थल तक ले गए। संवाद स्थल पर अद्भुत संवाद रखा गया, जिसमें सैकड़ो नागरिकों ने भाग लिया तथा संतों की वाणी का श्रवण किया। संतों ने देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने का संदेश दिया। इस अवसर पर मप्र जनअभियान परिषद के जिला समन्वयक श्री सचिन शिम्‍पी भी उपस्थित रहे, जिन्होंने कहा कि हमें किसी के बहकावे में नहीं आना है और जाति के भेदभाव को खत्म करके भारत को एक सूत्र में बांधना है। आम नागरिकों ने सभी को श्रवण किया तथा अपने जीवन में उसे उतारने का वचन भी दिया। संतों ने ग्रामीणजनों को गीता भेंट की एवं इस्कॉन मंदिर आने हेतु आमंत्रण दिया।

विश्रांति के पश्चात यात्रा ग्राम सालाखेड़ी पहुंची। यहां पंचायत सचिव आदि ने यात्रा का आत्मीयता  के साथ स्वागत किया। यहां बच्चों की उपस्थिति सराहनी थी। सभा का आयोजन हुआ। सभा में समस्त ग्रामीणों ने भाग लिया। इसके बाद यात्रा ग्राम भूखी पहुंची। यहां पर भी यात्रा का भव्य स्वागत हुआ तथा नागरिकों ने सभा का आयोजन कर संतो को ध्यान लगाकर सुना। संतों ने सबको मिलजुल कर रहने की बात कही तथा गीता भेंट की।

इसके बाद यात्रा ग्राम बिंजल पहुंची। यात्रा का भव्य स्वागत हुआ। ग्राम पंचायत सचिव, GRS, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता सबने मिलकर यात्रा का भविष्य स्वागत किया। उसके बाद सभा का आयोजन हुआ। सभा में आम नागरिकों ने संतों की वाणी का श्रवण किया। संतों ने एकता एवं अखंडता पर जोर दिया। सभा के पश्चात सब ने भोजन किया एवं रात्रि विश्राम के लिए ग्राम ब्रिंजल में रुके।

यात्रा का संचालन मुख्य रूप से मप्र जनअभियान परिषद के कोर ग्रुप में किया। साथ में गायत्री परिवार, रामकृष्ण मिशन पतंजलि, योग शिक्षक, ईश्वर पाटीदार एवं महेश परमार सहित जनपद पंचायत से किशोर पाटीदार तराना का प्रशासनिक अमला तथा सभी ग्राम पंचायत के सचिव, सरपंच सहसचिव, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी सहायिका, आशा कार्यकर्ता आदि उपस्थित रहे। विकासखंड तराना में यात्रा का नेतृत्व विकासखंड समन्वयक संदीप मालवीय ने किया।

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