एनओसी नहीं मिलने से परेशान प्लाटधारियों ने घेरा आइडीए

इंदौर ।  लंबे समय से प्लाटों पर विकास अनुमति नहीं मिलने से परेशान सैकड़ों पीड़ित प्लाटधारकों ने इंदौर विकास प्राधिकरण (आइडीए) कार्यालय में एकत्र होकर प्रदर्शन किया। पीड़ितों ने तख्तियां लेकर नारे लगाए कि प्लाट नहीं तो वोट नहीं। इस दौरान आइडीए अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, विधायक महेंद्र हार्डिया ने पीड़ितों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन गहमागहमी होती रही। बाद में आइडीए के पदाधिकारियों के साथ प्लाट पीड़ित महासंघ के सदस्यों के साथ बैठक हुई।
आइडीए की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत आने वाली कालोनियों के प्लाटधारकों ने बुधवार को कालोनियों को वैध करने के लिए आइडीए परिसर में आंदोलन किया। पुष्प विहार कालोनी प्लाट धारक समूह के महासचिव एनके मिश्रा ने बताया कि लंबे समय से प्लाटधारियों को आइडीए से एनओसी नहीं मिल पा रही है। इस कारण उनकी कालोनी के वैध होने की प्रक्रिया लंबित है।
आइडीए द्वारा आश्वासन देने के बाद भी अब तक डिनोटिफाइड की प्रक्रिया नहीं की गई। आइडीए में हुए प्रदर्शन के बाद प्लाट पीड़ित महासंघ के पदाधिकारियों को भोपाल से मंत्री भूपेंद्र सिंह के यहां से भोपाल मिलने के लिए बुलाया गया। शाम को कुछ पदाधिकारी भोपाल मुलाकात के लिए रवाना हो गए।
सैकड़ों कालोनी के रहवासी परेशान : आइडीए की दो दर्शन से ज्यादा योजनाओं में सैकड़ों कालोनियों के रहवासी लंबे समय से परेशान है। आइडीए की एनओसी नहीं मिलने के कारण निर्माण कार्य सहित अन्य विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। इन कालोनियों को वैध करने की प्रक्रिया में भी आइडीए की एनओसी रोड़ा बन रही है। पीड़ित लंबे समय से इसको लेकर आइडीए के चक्कर लगा रहे है। अब पीडितों ने आंदोलन कर आचार संहिता से पहले डिनोटिफाई करने की प्रक्रिया पूरी करने के लिए आंदोलन शुरू किया है।
ल्लआइडीए ने बोर्ड में प्रस्ताव पास कर के शासन के पास डिनोटिफिकेशन के लिए प्रस्ताव भेजा है। इसमें दस स्कीमों की 60 कालोनियां शामिल हैं। जल्द ही पांच अन्य स्कीमों की 60 कालोनियों का प्रस्ताव भी शासन को भेजेंगे। आइडीए कुल 125 कालोनियों को मुक्त करने के लिए काम कर रहा है।
– जयपाल सिंह चावड़ा, अध्यक्ष आइडीए