एक हजार करोड़ रुपए की भूमि शासकीय घोषित, प्रशासन आज लेगा कब्जा
भू माफियाओं के पंजे से मुक्त करवाई
ब्रह्मास्त्र इंदौर। बरसों से सरकारी जमीनों पर खेल करते आ रहे भूमाफिया दीपक सिसोदिया उर्फ दीपक मद्दा तथा इस्लाम पटेल, सोहराब पटेल और दिलावर पटेल द्वारा कब्जाई गई जमीन को जिलाधीश एवं जिला दंडाधिकारी न्यायालय ने शासकीय घोषित कर दिया है। जिला प्रशासन आज लगभग 1000 करोड़ रुपए के बाजारू मूल्य की इस बेशकीमती जमीन पर अपना कब्जा ले लेगा। न्याय नगर गृह निर्माण संस्था की भू माफिया द्वारा हड़पी 29.50 एकड़ बेशकीमती जमीन प्रशासन ने हासिल की है। 1000 करोड़ रुपए बाजार मूल्य की ये जमीन त्रिशला गृह निर्माण सहकारी संस्था के माध्यम से कूटरचित दस्तावेजों के जरिए हड़प ली गई थी। प्रशासन ने भगोड़े भू माफिया दिलीप सिसोदिया उर्फ दीपक मद्दे के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर माफियाओं के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत कल जिला प्रशासन ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए भगोड़े भूमाफिया दिलीप सिसोदिया उर्फ दीपक मद्दे के कब्जे में आई न्याय नगर गृह निर्माण संस्था की 29. 50 एकड़ बेशकीमती जमीन सरकारी घोषित कर दी। सीलिंग एक्ट के तहत मुक्त की गई यह जमीन न्याय नगर गृह निर्माण संस्था के सदस्यों की आवास समस्या हल करने के लिए लिए शासन ने शर्तों के साथ विमुक्त की थी , जिसे बाद में धोखाधड़ी करते हुए त्रिशला गृह निर्माण संस्था में शामिल कर लिया गया। बाजार मूल्य के हिसाब से यह जमीन लगभग 1000 करोड रुपए मूल्य की है । शासन से विमुक्ति की शर्तों का उल्लंघन कर इस जमीन का दुरुपयोग होने पर कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देश पर नायब तहसीलदार जूनी इंदौर रितेश व्यास ने इस जमीन का कब्जा लेने और भूमाफिया दीपक मद्दा व अन्य के खिलाफ खजराना थाने में एफआईआर भी दर्ज करवा दी। उल्लेखनीय है कि भगोड़े भू माफिया मद्दा पर पहले से ही आधा दर्जन एफआईआर खजराना और एलआईजी थाने में दर्ज है।