निर्वाचन की विडियो्ग्राफी : राजगढ की निविदा में शर्तों का षडयं‌त्र सामने आया

दैनिक अवन्तिका भोपाल

विधानसभा चुनाव के लिए विडियोग्राफी सीसी टीवी कैमरा की निविदा की शर्तों में प्रदेश के कई जिला में बराबर षडयंत्र सामने आ रहा है।राजगढ जिला की निविदा में यह स्पष्ट रूप से सामने आया है।निविदा की शर्तों को नियम के लिए नहीं बल्कि किसी विशेष ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए रखा गया हो ऐसा प्रतीत हो रहा है। ऑनलाइन संशोधन निकालकर निविदा में अपलोड किए गए दस्तावेज की हार्ड कॉपी तकनीकि निविदा ओपन के एक दिन पूर्व अर्थात सोमवार को दोपहर 3.00 बजे जमा करना अनिवार्य किया गया है और ऑनलाइन निविदा शाम 5.00 बजे तक जमा करना  है । अन्यथा निविदा अमान्य की जाएगी।

 

निर्वाचन आयोग प्रदेश भर में चुनाव के दौरान विडियोग्राफी एवं सीसी टीवी कैमरा से रेकार्डिंग करवाएगा।निष्पक्ष निर्वाचन के लिए आयोग प्रदेश के 53 जिलों में इस कार्य पर न्यूनतम 20 करोड से अधिक की राशि खर्च करेगा।इस राशि के लिए विडियोग्राफी एवं सीसी टीवी कैमरा माफिया की मजबूत पकड पूर्व में ही सामने आ चुकी है। हालत यह है कि प्रदेश के कई जिलों में निविदा खुलने की दिनांक से कई दिन बीत चुके हैं उसके बाद भी निविदा नहीं खोली जा रही है।प्रदेश भर में निविदा की शर्तों में असामनता सामने आई है।केंद्रीय निर्वाचन आयोग के अधीन होने के बावजूद ऐसा होना सामान्यत:सवाल खडे कर रहा है।

राजगढ जिला निर्वाचन की और से जारी की गई निविदा में रखी गई शर्तें खूद ही खुलासा कर रही हैं।यहां ठेकेदारों से शपथ पत्र 500 रूपए के ज्यूडिशियल स्टांप मांगा गया है,ज्यूडिशियल स्टांप मिलना तकरीबन बंद हो चुका है।शपथ पत्र में 50 या 100 रूपए का स्टांप लगता है।एक दिन में 150 विडियो कैमरा लगाने का वर्क आर्डर या अनुभव मांगा गया है जो कि किसी विशेष ठेकेदार को लाभ पहुंचाने की मंशा को स्पष्ट कर रहा है।इसके साथ ही 02-05 निर्वाचन में विडियोग्राफी का अनुभव की शर्त भी यही स्पष्ट कर रही है। किसी विशेष ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए ऑनलाइन निविदा 28अगस्त को शाम 5.00 बजे तक जमा करने की शर्त है,और तकनीकी निविदा 29अगस्त को शाम 5.00 बजे खोलने की शर्त रखी गई है। निविदा में ऑनलाइन संशोधन निकालकर एक शर्त विशेष तौर पर जोडी गई है जिसमें ई-निविदा में अपलोड समस्त दस्तावेज की हार्ड कॉपी 28अगस्त को दोपहर 3.00 बजे जमा करना अनिवार्य किया गया है इसके अभाव में निविदा अमान्य करने का स्पष्ट तौर पर कहा गया है। यह शर्त बता रही है कि अन्य ठेकेदारों के साथ कैसे धोखाधडी करते हुए पसंदीदा को काम दिया जाएगा।ऑनलाइन निविदा में भी इस तरह के संशोधन जारी कर ऑनलाइन निविदा प्रक्रिया को दूषित किया जा रहा है तथा निविदा की पारदर्शिता पर काला धब्बा लगाया जा रहा है।खास बात तो यह सामने आ रही है कि पूरे राजगढ़ जिले में 150 वीडियो कैमरे नही लगना है।

निविदा से ही साफ जाहिर हो रहा है कि किसी ठेकेदार से मिलीभगत के साथ इस तरह से निविदा को दूषित किया गया है। निविदा में अधिकतम अनुभव शासकीय विभाग में 03 वर्ष की वीडियोग्राफी का अनुभव होना चाहिए। जिला निर्वाचन अधिकारी को इस गठबंधन को तोडने के लिए हार्डकापी की मांग 29अगस्त को दोपहर 2.00 बजे की जाना चाहिए,जिससे की शर्त के षडयंत्र को धता बताया जा सके। ऑनलाइन निविदा की पारदर्शिता और गोपनीयता बरकरार रहे। वैसे भी तकनीकी निविदा 29अगस्त को शाम 5.00 बजे खोली जाएगी। इस प्रकार ई- निविदा जमा करने के पूर्व अपलोड् दस्तावेजों की हार्ड कॉपी कार्यालय में जमा करवाना निशि्चत रूप से षडयंत्र को उजागर कर रहा है। वर्तमान में निर्धारित शर्त पर अमल होगा तो ऐसे में गोपनीयता भंग होगी और निविदा में आए ठेकेदार की जानकारी सार्वजनिक हो जाएगी जिससे आनलाईन निविदा का उददे्श्य ही विफल हो जाएगा। अगर निविदा 28 अगस्त को जमा करना जरूरी है तो ऐसे में एक संशोधन निकालकर ऑनलाइन निविदा जमा करने का समय बदलकर इसी दिन दोपहर 3.00 बजे और निविदा की हार्डकॉपी जमा करने का समय इसी दिन अपरांह 5.00 बजे किया जाना पारदर्शी के लिए जरूरी माना जा रहा है।

-शर्त के अनुसार तो यही लगता है गोपनीयता भंग हो सकती है पर हमारे यहां गोपनीयता भंग होने जैसी बात हो नहीं सकती है,बात टर्न ओवर की है तो उस पर विचार किया जा रहा है।आपने बताया है तो एक बार फिर से विचार किया जाएगा।

-शिवप्रसाद मंदराह,उप जिला निर्वाचन अधिकारी,राजगढ