देवासगेट रैन बसेरा में यात्रियों पर गिरा छत का प्लास्टर
देवासगेट रैन बसेरा में यात्रियों पर गिरा छत का प्लास्टर
-महाकाल दर्शन करने आये 2 श्रद्धालु घायल
उज्जैन। नगर निगम द्वारा देवासगेट बस स्टेंड पर संचालित रैन बसेरा में रविवार-सोमवार रात 12.30 बजे हादसा हो गया। छत का प्लास्टर गिरने से महाकाल दर्शन करने आये दो श्रद्धालु यात्री घायल हो गये। जिसमें एक को गंभीर चोंट लगी है।
देवासगेट बस स्टेंड के वर्षो पुराने भवन में नगर निगम काफी समय से रैन बसेरा संचालित कर रहा है। जहां बाहर से आने वाले यात्री को रात के समय ठहरने की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। बीती रात रैन बसेरा में 17 यात्री विश्राम के लिये ठहरे थे। रात 12.30 बजे के लगभग छत पर लगे पंखे के आसपास से बड़े हिस्से का प्लास्टर अचानक पलंग पर सो रहे 2 यात्रियों पर आ गिरा। प्लास्टर गिरते ही पंखे की पंखडी भी मुड गई, गनीमत रही पंखा नीचे नहीं गिरा अन्यथा करंट फैल जाता। आसपास सो रहे अन्य यात्री भी नींद से जाग गये। घायल हुए यात्रियों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां सामने आया कि राजस्थान के झालावाड़ से आये मदनलाल पिता रामलाल 60 वर्ष को चेहरे पर गंभीर चोंट लगी है। हादसे में घायल दूसरा यात्री सागर के मोहननगर का रहने वाला अंकुर पिता तुलसीराम साहू 35 वर्ष है। दोनों को डॉक्टरों ने उपचार के लिये भर्ती किया। गंभीर घायल मांगीलाल ने बताया कि वह महाकाल दर्शन करने आया था। रात होने पर रैन बसेरा में आकर ठहरा था। वहीं अंकुर का कहना था कि वह वह महाकाल दर्शन कर चुका था। सुबह उसकी ट्रेन थी, जिसके चलते रेलवे स्टेशन के समीप बस स्टेंड पर रैन बसेरा होने पर वह रात रूकने के लिये आ गया था। गौरतलब हो कि देवासगेट बस स्टेंड शहर का सबसे पुराना बस स्टेंड है। 20-22 साल पहले रोडवेज की बसों का संचालन बंद होने के बाद से उक्त बस स्टेंड की सुध नहीं ली गई है। नगर निगम और प्रशासन ने बस स्टेंड की जगह नया भवन बनाने की योजना भी तैयार की थी, लेकिन अब तक अमल में नहीं लाई गई। जिसके चलते दिन-ब-दिन बस स्टेंड की हालत जर्जर होती जा रही है। वर्तमान में प्रायवेट बस वाले बस स्टेंड का उपयोग कर रहे है।
000000000000000