मातादीन अम्बेडकर सेना ने दीनाभानाजी के परिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की
मन्दसौर। मातादीन अम्बेडकर सेना के तत्वावधान में अम्बेडकर चोराहे पर श्री दीनाभानाजी के परिनिर्वाण दिवस पर श्रंद्धाजलि अर्पित की गई ।इस अवसर पर मातादीन अम्बेडकर सेना के संस्थापक विनोद खेरालिया ने कहा कि इतिहासकारों ने बहुजन महापुरुषों को विलुप्त कर रखा है उनके बलिदान और तपस्या को जन जन तक पहुचे और उनके सिध्दांतों पर चले और शिक्षा से जुड़े यही उद्देश्य मातादीन अम्बेडकर सेना का है । जगदीश कोडावत ने कहा कि दीनाभानाजी के जीवन के बारे में बताया।
पवन दलोर ने बताया कि दीनाभानाजी दिल्ली में जहाँ पर वो नौकरी करते थे और अम्बेडकर जयंती के दिन उन्होंने अम्बेडकर जयंती मनाने के लिए छुट्टी ली तो उन्हें काम से ही बन्द करने का नोटिस दे दिया। उसी वक्त दीनाभाना जी ने अम्बेडकर जयंती मनाने के लिए नौकरी छोड़ दी। मातादीन अम्बेडकर सेना के जिला अध्यक्ष थानसिहं घावरी ने कहा कि काशीराम को मान्यवर काशीराम जी बनाने में दीनाभाना जी की अहम भूमिका रही है।
इस मौके पर मनोहर फतरोड, चेतनदास गन्छेड, मंगल कोटियाना, भूपेश घारू, मुकेश हंस, विजेंद्र चनाल, अर्जुन कोडावत, भेरुलाल बारवासीया, विनोद छपरी ने भी दीनाभाना के जीवन पर अपने विचार व्यक्त किए। अंत में आभार सतीश खेरालिया ने माना।