जब्ती के 642 मोबाइलों की जांच क्राइम ब्रांच करेगी
इंदौर । इंदौर के रावजी बाजार पुलिस ने राजमल कॉलोनी के एक फ्लैट पर एक सप्ताह पहले छापामार कार्रवाई की। इसमें रावजी बाजार पुलिस ने करीब 642 मोबाइल बरामद किए। अब इस मामले में आगे की जांच क्राइम ब्रांच करेगी। कमिश्नर से इस मामले में क्राइम ब्रांच के अफसरों को जब्त 642 मोबाइल की जांच सौंप दी है।रावजी बाजार पुलिस ने पिछले शनिवार (26 अगस्त) को इत्र व्यापारी के साथ हुई ठगी के मामले में पुलिस ने विक्की निवासी अर्जुन पुरा मल्टी को पकड़ा। यहां से पुलिस को मोबाइल खरीदने वाले व्यापारी और उसमें हेरफेर करने वालों की जानकारी मिली। इसके आधार पर अरूण, कृष्णा सिसौदिया, शुभम और वरूण को पकड़ा गया। शुभम पुलिस को चकमा देकर भाग गया। लेकिन भागने के पहले उसने राजमल कॉलोनी के जितेंद्र उर्फ जॉनी वासवानी के फ्लैट की जानकारी दे दी। यहां पुलिसकर्मियों को करीब 642 मोबाइल मिले। लेकिन जितेंद्र हाथ नहीं लगा।पकड़ाए आरोपियों से क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने दो दिन थाने आकर पूछताछ की। इतने अधिक मोबाइल होने के कारण मामले की जांच साइबर टीम कर रही थी। लेकिन इसी बीच क्राइम ब्रांच के अफसरों ने कमिश्नर मकरंद देउस्कर से जांच का जिम्मा सौंपने की मांग की। इसके बाद सीपी ने एक दिन पहले ही क्राइम ब्रांच को आगे की जांच के लिए आदेशित किया है।जितेंद्र की दुकान पर क्राइम ब्रांच के कई पुलिसकर्मियों का आना-जाना रहा है। वहीं जितेंद्र के पकड़ाने के बाद मामले में कई खुलासे होने की उम्मीद है। इधर, जितेंद्र के साथ अन्नपूर्णा क्षेत्र सहित, मुंबई, दुबई और नेपाल तक के लोगों के नाम भी जुडे़। क्राइम ब्रांच के साथ ही इंदौर पुलिस की अन्य कोई भी विंग कई बार इन लोगों के नाम सामने आने के बाद भी इन तक नहीं पहुंच पाई। ना ही कभी किसी तरह की कार्रवाई हुई।