श्रावण खत्म, आज से भादौ,  2 करोड़  से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे महाकाल मंदिर

– दर्शन का रिकॉर्ड टूटा, मंदिर के अधिकारी से लेकर पंडे-पुजारी बोले – आज तक इतने लोग नहीं उमड़े 
दैनिक अवंतिका उज्जैन। 
पूर्णिमा के साथ श्रावण मास खत्म हो गया और आज प्रतिपदा से भादौ मास शुरू हो गया। श्रावण मास में इस बार रिकॉर्ड तोड़ 2 करोड़ से भी ज्यादा श्रद्धालु ज्योतिर्लिंग महाकाल के दर्शन करने पहुंचे। मंदिर के अधिकारी से लेकर पंडे-पुजारियों ने कहा कि आज तक इतने लोग दर्शन करने नहीं उमड़े। 
इस बार श्रावण का अधिकमास होने से दो श्रावण रहे और दो माह तक देशभर के श्रद्धालु बाबा महाकाल के दरबार में आशीर्वाद लेने के लिए उमड़े। महाकाल मंदिर के पीछे रुद्रसागर के किनारे महाकाल लोक बनने से श्रद्धालुओं की संख्या में खासी वृद्धि हुई। आम तौर पर पूरे श्रावण मास में 30-40 लाख से अधिक लोग नहीं पहुंचते। मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया इस बार 4 जुलाई को शुरू हुए प्रथम श्रावण मास से द्वितीय श्रावण मास समाप्त होने तक 2 करोड़ 3 लाख से अधिक श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन कर चुके हैं। यह अपने आप में रिकॉर्ड है। 
250 रुपए की टिकट का अलग गेट
30 मिनट में कराए श्रद्धालु को दर्शन 
महाकाल मंदिर में श्रावण मास के दौरान लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ प्रतिदिन उमड़ी। ऐसे में श्रद्धालुओं के शीघ्र दर्शन की सुविधा भी समिति ने रखी जिसमें 250 रुपए की टिकट से दर्शन करने वालों का गेट 4 नंबर अलग निर्धारित किया गया। ताकि श्रद्धालु टिकट लेकर शीघ्र नंदीहॉल के बेरिेकेट्स तक पहुंचकर बिना लाइन में लगे जल्दी दर्शन कर लें। श्रावण में श्रद्धालुओं ने टिकट लेकर लगभग 30 से 35 मिनट के बीच दर्शन किए।
उज्जैन वासियों के लिए अवंतिका द्वार 
बनाया, इस द्वार से निरंतर दर्शन 
उज्जैन वासियों के लिए जनप्रतिनिधियों की मांग पर प्रशासन ने महाकाल दर्शन हेतु अगल द्वार की सुविधा दी। जिसका नाम अवंतिका द्वार रख गया। मंदिर के द्वार क्रमांक 1 अवन्तिका द्वार से आधार कार्ड दिखाकर उज्जैन के स्थानीय रहवासियों ने दर्शन किए जो कि पूर्णत: निशुल्क है।  यह द्वार अब भी निरंतर दर्शन के लिए चालू है।
भादौ में भी आएंगे श्रद्धालु, भगवान  
महाकाल की 2 सवारियां निकलेगी 
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के सदस्य एवं पुजारी प्रदीप गुरु ने बताया कि श्रावण की तरह भादौ मास में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन करने आते हैं। इस बार श्रावण का अधिकमास होने से महाकाल की कुल 10 सवारियां निकलना है। श्रावण की 8 सवारी समाप्त होने के बाद अब भादौ मास की 2 सवारी अभी बाकी है। प्रथम  सवारी 4 सितंबर को निकलेगी तो द्वितीय व श्रावण भादौ मास के क्रम में अंतिम शाही सवारी 11 सितंबर को निकाली जाएगी। इस सवारी को देखने के लिए उज्जैन में लाखों लोग उमड़ेंगे।