खतना कांड : हिंदू बच्चे के फर्जी दस्तावेज बनाने वाला शाजापुर से गिरफ्तार
डेढ़ माह पहले इंदौर पुलिस को दे दिया था चकमा और फिर इंदौर से हो गया था फरार
इंदौर। आठ साल के बच्चे के जबरन धर्म परिवर्तन करने और उसके खतना करने के मामले में पुलिस ने उस युवक को पकड़ लिया है जिसने बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र के साथ छेड़छाड़ कर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और उसकी मदद से आधार कार्ड बनवा लिया था। आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया है।
टीआई उमरावसिंह के मुताबिक 8 साल के नाबालिग का फर्जी आधार कार्ड बनाने के मामले में पुलिस ने मोहम्मद जफर अली निवासी वार्ड नंबर 15 तकिये वाली मस्जिद के पास, मगरिया शाजापुर को गिरफ्तार किया। आरोपी करीब डेढ़ माह से पुलिस को चकमा देने के बाद पुलिस की गिरफ़्त में आया।
मोहम्मद जफर शाजापुर में कैफे संचालित करता है। इलियास ने उससे मोबाइल पर बात करके डॉक्यमेंट बुलवाए और बाद में उसके परिवार के सुपुर्द किया। जो इलियास को इंदौर लाकर सौंप दिए।
5 दिन का समय मांगा फिर फरार
पुलिस के मुताबिक मोहम्मद जफर के पास पुलिस इलियास के पकड़ाने के बाद ही पहुंच गई थी। लेकिन उसने पुलिसकर्मियों से कहा कि उसके पास बच्चे के ओरिजनल डॉक्यूमेंट हैं। वह पांच दिन में ढूंढकर पेश कर देगा। लेकिन बाद में जफर कैफे से भाग गया। उसने पुलिसकर्मियों से कहा कि इलियास ने ओरिजनल डॉक्यूमेंट से छेड़छाड़ की होगी।
इलियास की हो चुकी है जमानत निरस्त
इलियास और 8 साल के बच्चे की मां इस समय जेल में बंद है। 16 अगस्त को इलियास ने मामले में जमानत अर्जी लगाई थी। यहां डॉक्यूमेंट में छेड़छाड़ ओर प्रकरण को गंभीर मानते हुए कोर्ट ने जमानत देने से इंकार कर दिया था। इसके बाद फर्जी आधार कार्ड और अन्य डॉक्यूमेंट बनाने वाले को जल्द पकड़ने की बात कही गई। इलियास की जांच में पुलिस को यह भी पता चला कि उसने बच्चे की जन्म तारीख से ही नाम बदलकर एमवाय अस्पताल से दूसरा बर्थ सटिफिकेट बनवाया। इसके बाद उसने जफर की मदद से आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज बनाए।
इलियास ने एक दस्तावेज एमवाय अस्पताल तो दूसरा शाजापुर में बनाया गया है। इस मामले में इलियास की मदद करने वाले परिवार के मेंबर भी आरोपी बन सकते हैं जिन्होंने साजिश में मदद की है।