झाबुआ : मुख्यमंत्री जन सेवा शिविर केवल औपचारिक साबित हो रहे शहर कांग्रेस अध्यक्ष गौरव सक्सेना ने लगाया आरोप
झाबुआ । मप्र शासन एवं जिला प्रषासन द्वारा प्रदेश सहित झाबुआ जिले में लगाए जा रहे मुख्यमंत्री जन-सेवा शिविर को झाबुआ शहर कांग्रेस अध्यक्ष गौरव सक्सेना ने फलॉप प्रोग्राम बताया है। युवा कांग्रेस नेता श्री सक्सेना ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री की मंषानुसार षिविरों में जनता की समस्याओं और मांगों का तत्काल ही निराकरण नहीं किया जा रहा है। अधिकारी केवल औपचारिकताएं पूर्ण कर रहे है।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष श्री सक्सेना ने आरोप लगाते हुए बताया कि झाबुआ शहर के 18 वार्डों में भी इन दिनों उक्त षिविरों का आयोजन हो रहा है। उक्त शिविर से किसी भी प्रकार का कोई लाभ आम जनता को प्राप्त नहीं हो रहा है। मुख्यमंत्री केवल सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करने के उद्देश्य से ऐसे शिविरों का आयोजन करवाकर औपचारिकताएं पूर्ण की जा रहंी है। आगे आरोप लगाया कि जहां शिविर लगाएं जा रहे है, वहां जाकर जनता अपने आपको ठगा महसूस कर रही है। प्रदेष के मुख्यमंत्री की मंषानुसार कार्य नहीं हो रहा है। मुख्यमंत्री के निर्देष है कि षिविर में आने वाले सभी आवेदकों की समस्याओं का तत्काल निराकरण हो, लेकिन आवेदकों की समस्याओं और मांगों का तत्काल निराकरण तो दूर, शिविर में पदस्थ अधिकारी आवेदन लेने से भी कतरा रहे है। षिविर में नगरपालिका से जुड़े अधिकारी-कर्मचारियों की उपस्थिति भी नगण्य रह रहीं है। षिविरों के नाम पर केवल कागजी खानापूर्ति और लिपापोती की जा रहीं हैै, जो कांग्रेस कतई बर्दाष्त नहीं करेगी।
येवले दंपति हुए पार्टी से निष्कासित
जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता ने बताया कि नगरपालिका निर्वाचन झाबुआ में वार्ड क्र. 10 में कांग्रेस पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लडकर पार्टी से बगावत तथा अनुषासनहीनता करने के चलते जिला कांग्रेस कमेटी ने विवेक येवले ह्यगौरीह्ण एवं उनकी पत्नी श्रीमती उषा येवले को कांग्रेस से 6 वर्ष के लिए निष्कासित किया है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री मेहता ने बताया कि पार्टी के खिलाफ बगावत एवं अनुषासनहीनता बर्दाष्त नहीं की जाएगी।दो वार्ड के एक साथ शिविर तो प्रचार-प्रसार का भी अभाव
युवा नेता श्री सक्सेना ने आगे आरोप लगाया कि वर्तमान में यह शिविर नगरपालिका झाबुआ के जिन वार्डों में हो रहे है, वहां दो वार्ड के षिविर एक साथ हो रहे है और शिविरों का सार्वजनिक स्तर पर कोई प्रचार-प्रसार भी नहीं किया जा रहा है। जिससें वार्ड के रहवासियों को इसका पता हीं नहीं चल पा रहा है। शिविर में जाने के बाद कई बार शासकीय पोर्टल बंद होने से हितग्राहियों के काम ही नहीं हो रहे है। भारत आयुष्मान कार्ड में पोर्टल में वर्ष 2011 की जनगणना के पहले के व्यक्तियों के नाम ही जुड़े होने से अन्य पात्र लोगों के भी कार्ड नहीं बन पा रहे है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष श्री सक्सेना ने चेतावनी स्वरूप कहा कि शिविर के नाम पर शासन-जिला प्रशासन एवं नगरपालिका औपचारिकता निभाना बंद करे और वास्तविक रूप से पात्र हितग्राहियों को उनके घर-घर जाकर सर्वें कर और फार्म-दस्तावेज आदि भरवाकर लाभांवित किया जाए।