मण्डलेश्वर में भगवामय माहौल में निकलेगी काशी विश्वनाथ की शाही सवारी

मण्डलेश्वर ।   काशी सेवा समिति एवं धर्म जागरण मंच के सौजन्य से प्रतिवषार्नुसार नगर के राजा भगवान काशीविश्वनाथ की शाही सवारी आगामी 4 सितंबर को नगर भ्रमण करेंगी। वही 3 सितंबर को केवट समाज के सौजन्य से भगवान के प्रतीकात्मक मुखोटे को पुष्पो से सुसज्जित नौका में नर्मदा विहार करवाया जाएगा। नौका विहार के पश्चात राहुल कुमरावत के चोली रोड निवास पर भगवान का जनवासा बैंड बाजे, ढोल एवं ताशे के साथ धूमधाम से ले जाया जाएगा। जनवासे के दौरान चोली रोड पर उज्जैन के बिट्टू महाराज की भजन संध्या का आयोजन होगा। मंदिर की आयोजन समिति के सदस्य मनीष राठौड़ ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि गत दिनों मंदिर परिसर में आयोजन समिति एवं मंदिर से जुड़े नगर के अन्य श्रद्धालुओ की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में भगवान की शाही सवारी के नगर भ्रमण, नौका विहार एवं जनवासे के आयोजन की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा हुई। आयोजन समिति ने इस वर्ष भगवान की शाही सवारी को आयोजन समिति के सदस्य स्व अमर मोयदे को समर्पित किया है। ज्ञात हो की गत जुलाई माह में श्रीखंड महादेव की यात्रा के दौरान मृत्यु हो गई थी। अमर काशी विश्वनाथ सेवा समिति के प्रमुख सदस्य थे। राठौड़ ने आगे जानकारी देते हुए बताया की इस वर्ष भोले की इस शाही सवारी के रजत जयंती आयोजन होने से आयोजन को 3 दिवसीय बनाया गया है। शनिवार भगवान काशीविश्वनाथ का भोले के भंडारे का आयोजन होगा जिसमे सकल नगरवासी सामाजिक समरसता के समभाव के साथ भोले की प्रसादी ग्रहण करेंगे।
नगर हुआ भगवामय: भगवान काशी विश्वनाथ की शाही सवारी के आयोजन से नगर का माहौल धार्मिक होता दिखाई दे रहा है। शाही सवारी के यात्रा मार्ग को भगवा ध्वज द्वारा सजा दिया गया है। नगर के प्रतिष्ठानों ने भी भगवान के स्वागत की तैयारिया आरंभ कर दी है। नगर की विभिन्न सामाजिक संगठनों ने शाही सवारी में आए श्रद्धालुओं के लिए अल्पाहार एवं जलपान का प्रबंध करने हेतु आयोजन समिति का आश्वस्त किया है।
ये रहेंगे आकर्षण का केंद्र: भगवान काशी विश्वनाथ की शाही सवारी अपने स्वरूप को लेकर सदैव आकर्षण का केंद्र रही है। आयोजन समिति के सदस्य नितिन शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया आयोजन का रजत जयंती वर्ष होने शाही सवारी का स्वरूप अपने शिखर को प्राप्त करेगा। भगवान की शाही सवारी बड़े भगवान ध्वज के नेतृत्व में निकलेगी। ध्वज के बाद घोड़े, बैंड, विभिन्न झांकिया, डीजे, अखाड़े, शिव अघोरी बारात, भूतो की बारात, हनुमान जी, मलखंब, किन्नरों की बारात, झांझ डमरू पार्टी, फूलो की तोप सहित अन्य आकर्षण रहेंगे। भगवान काशी विश्वनाथ के प्रतीकात्मक मुखौटे को भव्य पालकी में नगर भ्रमण करवाया जायेगा।
हरिहर मिलन एवं महाआरती के साथ होगा आयोजन संपन्न
शाही सवारी जेलरोड से होते हुए बस स्टैंड चौक से मुख्य बाजार होते हुए घंटाघर चौक पहुंचेगी। घंटा घर चौक पर हरिहर मिलन होगा। भगवान काशी विश्वनाथ एवं नर्मदा घाट स्थित राधा कृष्ण मंदिर से भगवान कृष्ण का मिलन हरिहर मिलन का साक्षी बनेगा। हरिहर मिलन के दौरान दो भगवानों की सामूहिक आरती संपन्न होगी। हरिहर मिलन के पश्चात शाही सवारी काशी विश्वनाथ मंदिर प्रांगण में संपन्न होगी। जहा भगवान की 5100 लड्डुओं के भोग के साथ महाआरती होगी।