प्रधानमंत्री की अति महत्वपूर्ण ‘‘स्वनिधि योजना’’ के प्रति बैंकर्स गंभीर हों: आयुक्त  रौशन कुमार सिंह निगम आयुक्त ने ली बैंकर्स की बैठक, दिये टार्गेट

उज्जैन ।  स्वनिधि से समृद्धि के तहत गरीबों के उत्थान के लिये देश के प्रधानमंत्री चिंतित हैं, किन्तु बैंकर्स का इस ओर ध्यान ना दिया जाना शासकीय निर्देशों की अवहेलना है। इस स्थिति को तत्काल परिवर्तित करें। हमें शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करना हैं।
यह निर्देश निगम आयुक्त  रौशन कुमार सिंह ने दिय है। शनिवार को निगम आयुक्त ने स्वनिधि योजना की समीक्षा हेतु बैंकर्स के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक ली, जिसमें 24 बैंको के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए।
 निगम आयुक्त ने बैंकर्स से उन्हें भेजे गए प्रकरणों पर की गई कार्यवाही की जानकारी चाही। रिपोर्ट कार्ड सामने आने पर पाया गया कि अधिकांश बैंको ने दिये गए लक्ष्यांें की पूर्ति नहीं की है। अनेक बैंको ने बिना किसी उचित कारण के विभिन्न प्रकरण लौटा दिये हैं, जिसके कारण बड़ी संख्या में हितग्राहियों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा हैै।
 आयुक्त की नाराज़गी
स्वनिधि योजना के क्रम में बैंको के रिर्पोट कार्ड पर निगम आयुक्त  रौशन कुमार सिंह ने सख्त नाराज़गी व्यक्त करते हुए कहा कि स्वनिधि योजना देश के प्रधानमंत्री की अति महत्वपूर्ण योजना है। प्रधानमंत्री जी गरीबों के उत्थान के लिये चिंतित हैं और बैंकर्स को कोई चिंता नहीं। दिये गए लक्ष्य अनुसार हितग्राहियों को लाभ नही दिया जाना और बिना किसी कारण के प्रकरण लौटा दिये जाना निंदनीय कृत्य है।
एक सप्ताह में करें
 निगम आयुक्त  रौशन कुमार सिंह ने समस्त बैंकर्स को निर्देशित किया कि अब तक जो प्रकरण बैंको को प्रेषित किये गए है उन समस्त प्रकरणांे में सकारात्मक कार्यवाही कर एक सप्ताह में ऋण वितरण सुनिश्चित करें। साथ ही जो नए प्रकरण आपको भेजे जाएं उन पर प्राप्त होते ही कार्यवाही करें। निगम द्वारा बैंको को प्रतिदिन प्रकरण प्रेषित किये जाएंगे बैंके प्रतिदिन ऋण वितरण सुनिश्चित करें।
शिकायत की जाएगी
 निगम आयुक्त  रौशन कुमार सिंह ने कहा कि समीक्षा के दैरान जिन बैंको का अत्यधिक खराब प्रदर्शन सामने आया है उनके सम्बंध में भारत शासन, राज्य शासन, रिजवऱ् बैंक और स्टेट बैंकर्स समिति इत्यादि को शिकायत की जाएगी और शासकीय निर्देशों की अवहेलना करने वाले बैंकर्स के विरूद्ध कार्यवाही प्रस्तावित होगी।
उज्जैन की स्थिति समझें
निगम आयुक्त  रौशन कुमार सिंह ने कहा कि बैंकर्स को उज्जैन की वर्तमान स्थिति को समझना चाहिए। महाकाल लोक के लोकार्पण पश्चात प्रति दिन उज्जैन में पधारने वाले दर्शनार्थियों की संख्या में निरन्तर वृद्धि हो रही है। व्यवसाय भी निरन्तर बढ़ता जा रहा है। स्ट्रीट वेण्डर्स की अपनी उपयोगिता है, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री इनका उत्थान चाहते हैं। इन परिस्थितियों में स्वनिधि योजना की महत्वपूर्ण भूमिका है। बैंकर्स इस योजना के महत्व को समझें।
खाता ना होने पर मना ना करें
एक महत्वपूर्ण निर्देश देते हुए निग आयुक्त  रौशन कुमार सिंह ने कहा कि जिस बैंक को जो प्रकरण प्रेषित किये जाएं उन पर उसे कार्यवाही करना है। यदि किसी हितग्रही का खाता आपके बैंक में नहीं है तो आप उसे मना ना करें या प्रकरण लोटाएं नहीं, बल्कि अपने बैंक में हितग्राही का खाता खुलवाकर उसे लाभ दिलवाएं। इसी प्रकार यदि दस्तावेजों में किसी प्रकार की कोई कमी या त्रुटि हो तो प्रकरण निरस्त ना करते हुए हितग्राही का मार्गदर्शन कर दस्तावेजों में सुधार करवा कर लाभ पहुंचाया जाना सनिश्चित करें।
अगली बैठक में रिजल्ट अपेक्षित
 निगम आयुक्त रौशन कुमार सिंह ने कहा कि अगले शनिवार को पुनः बैठक होगी, जिसमें पुनः समीक्षा की जाएगी। अनिवार्यतः यह सुनिश्चित करें कि आगामी बैठक से पूर्व समस्त प्रकरणों पर सकारात्मक कार्यवाही पूर्ण को चुकी हो।
 उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना अन्तर्गत स्ट्रीट वेण्डर्स को अपना रोजगार बेहतर ढंग से स्थापित करने के लिये क्रमबद्ध ऋण सहायता उपलब्ध कराई जाती है। पहले 10 हजार का ऋण दिया जाता है, यह जमा हो जाने पर 20 हजार तथा उसके पश्चात् 50 हजार की राशि उपलब्ध कराई जाती है।
बैठक में एलडीएम  संदीप अग्रवाल, अपर आयुक्त  आर.एस. मण्डलोई सहित विभिन्न बैंको के प्रतिनिधि और निगम अधिकारी सम्मिलित रहे।